इजरायल का हवाई हमला, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: इजरायली वायुसेना ने गुरुवार को एक बार फिर लेबनान में बड़ा हवाई हमला किया है। यह हमला लितानी नदी के पास स्थित हिजबुल्लाह के दो सैन्य ठिकानों पर किया गया। हवाई हमले में दोनों ठिकाने तबाह हो गए। इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) के अनुसार, यह कार्रवाई हिजबुल्लाह के हथियारों के भंडार को निशाना बनाने के लिए की गई थी जिसको वो इकट्ठा कर रहा था।
IDF ने दावा किया कि सीरिया-लेबनान सीमा के जरिए हथियारों की तस्करी की जा रही थी, जो वर्तमान युद्धविराम का उल्लंघन है। इसके अलावा, हिजबुल्लाह इन क्षेत्रों में अपने सैन्य ढांचे को मजबूत कर रहा था, जिस कारण इजरायल ने यह हवाई हमला किया।
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच लागू युद्धविराम समझौते के बावजूद इजरायल ने लेबनान में हवाई हमले किए हैं, जिससे संघर्ष फिर से भड़कने की आशंका बढ़ गई है। फिलहाल, दोनों पक्षों के बीच कोई नया समझौता नहीं हुआ है, जिससे यह युद्धविराम 18 फरवरी तक ही प्रभावी रहेगा। इजरायली सेना का दावा है कि हिजबुल्लाह सीरिया के जरिए लेबनान में हथियार जमा कर रहा था, जो युद्धविराम के उल्लंघन के तहत आता है। इसी कारण इजरायल ने हिज़बुल्लाह के दो सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए।
विदेश की अन्य खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें!
इजरायल का कहना है कि युद्धविराम का अर्थ होता है कि दोनों पक्ष संघर्ष रोकने पर सहमत होते हैं, लेकिन अगर किसी भी पक्ष द्वारा शर्तों का उल्लंघन किया जाता है, तो युद्धविराम समाप्त हो सकता है। इजरायल के अनुसार, हिज़बुल्लाह ने इस समझौते का उल्लंघन किया है। उसने हथियार जमा किए और सीमा पार से हथियार लाने की कोशिश की, जिसके चलते इजरायल ने उसके ठिकानों पर बमबारी की।
गौरतलब है कि इजरायल और लेबनान के बीच तनाव लगातार बना रहता है। पिछले साल भी दोनों देशों के बीच स्थिति तनावपूर्ण थी, जिसमें इजरायल ने लेबनान पर भारी हमले किए थे। इसके बाद युद्धविराम समझौता लागू किया गया था, लेकिन हाल ही में हुए घटनाक्रम के कारण स्थिति फिर से तनावपूर्ण हो गई है।