
सांकेतिक तस्वीर
Haryana Youth Killed in Guatemala: हरियाणा और पंजाब के युवा डंकी रूट के जरिए अमेरिका जाकर अपना सपना पूरा करने की कोशिश करते रहें हैं। ताजा मामला हरियाणा के कैथल जिले के युवराज का है। जो डंकी रूट से अमेरिका जाने के लिए निकला था, लेकिन उसे ह्यूमन ट्रैफिकर्स ने पकड़ लिया और उसकी मौत हो गई। युवराज 18 साल का था और मोहना गांव, कैथल जिले का रहने वाला था। वह एक किसान परिवार से ताल्लुक रखता था।
युवराज के मामा गुरपेज सिंह ने बताया कि डंकी रूट यानी ह्यूमन ट्रैफिकर्स गैरकानूनी रास्तों से लोगों को विदेश भेजने का काम करते हैं। इन रास्तों पर अक्सर हिंसा होती है और यात्रियों के साथ बुरा बर्ताव किया जाता है। गुरपेज के मुताबिक, युवराज ने 12वीं कक्षा पास की थी और वह अपने परिवार की मदद करना चाहता था। उसे उम्मीद थी कि अमेरिका पहुंचने के बाद उसे नौकरी मिल जाएगी और परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
युवराज के परिवार ने हरियाणा के तीन ट्रैवल एजेंट्स से संपर्क किया और उन्हें शुरुआती रकम दी। एजेंट्स ने यह वादा किया कि उनके नेटवर्क में मौजूद संपर्कों की मदद से युवराज सुरक्षित अमेरिका पहुंच जाएगा। लेकिन रकम देने के बाद एजेंट्स का संपर्क युवराज से टूट गया। कुछ महीनों बाद परिवार को कुछ वीडियो मिले, जिनमें दिखाया गया कि युवराज और पंजाब का युवक बंधक बनाए गए हैं। इसके बाद ह्यूमन ट्रैफिकर्स ने फिरौती की मांग शुरू कर दी।
परिवार का मानना है कि हरियाणा स्थित एजेंट्स ने दूसरी ट्रैफिकर्स को देने वाली रकम युवराज तक नहीं पहुंचाई। इस दौरान परिवार के लिए स्थिति और भी जटिल हो गई। हाल ही में, एक ट्रैफिकर ने सीधे परिवार से संपर्क किया और दावा किया कि युवराज की हत्या कर दी गई है। अपने दावे के प्रमाण के तौर पर उसने तीन लाख रुपये की मांग की। गुरपेज ने बताया कि पैसे भेजने के बाद ही परिवार को युवराज का डेथ सर्टिफिकेट और तस्वीरें मिलीं।
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युवराज की मौत ने परिवार में गहरा शोक और चिंता पैदा कर दी है। वह केवल 18 साल का था और अपने सपनों के पीछे था। यह घटना डंकी रूट और ह्यूमन ट्रैफिकिंग की गंभीरता को उजागर करती है। पुलिस और संबंधित एजेंसियों से भी इस मामले में जांच की उम्मीद की जा रही है।






