हीथ्रो एयरपोर्ट से शुरू हुईं फ्लाइट सेवाएं, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट के पास स्थित एक विद्युत उपकेंद्र में आग लगने के कारण एयरपोर्ट की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई, जिससे विमानों का परिचालन लगभग 18 घंटे तक प्रभावित रहा। भारतीय समयानुसार शुक्रवार देर रात पहला विमान वहां उतर सका। ब्रिटिश एयरवेज का यह विमान सूर्यास्त से कुछ पहले लैंड हुआ। बिजली आपूर्ति बहाल होने के बाद हीथ्रो एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन फिर से शुरू किया गया। इस बाधा के कारण यूरोप के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक पर अफरातफरी मच गई और हजारों यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
फ्लाइट ट्रैकिंग सेवा फ्लाइटरडार 24 के अनुसार, हीथ्रो हवाई अड्डे से आने-जाने वाली कम से कम 1,350 उड़ानें प्रभावित हुई हैं। इस घटना का प्रभाव कई दिनों तक रह सकता है, क्योंकि यात्री अपनी यात्रा की योजनाओं को दोबारा व्यवस्थित करने की कोशिश करेंगे।
अधिकारियों को अब तक आग लगने का सही कारण पता नहीं चला है, लेकिन फिलहाल किसी साजिश या गड़बड़ी के प्रमाण नहीं मिले हैं। पश्चिमी लंदन के निवासियों के अनुसार, एयरपोर्ट के पास स्थित विद्युत उपकेंद्र में आग लगने पर उन्होंने एक जोरदार धमाका सुना। इसके तुरंत बाद आग का बड़ा गोला और घना धुआं उठता दिखाई दिया। फ्लाइटरडार 24 के अनुसार, एयरपोर्ट के अस्थायी रूप से बंद होने की घोषणा के समय लगभग 120 उड़ानें हवा में थीं। इनमें से कुछ विमानों को वापस भेज दिया गया, जबकि अन्य को गैटविक एयरपोर्ट, पेरिस के चार्ल्स डी गॉल एयरपोर्ट या आयरलैंड के शैनन एयरपोर्ट की ओर मोड़ दिया गया।
यात्री लॉरेंस हेस के अनुसार, न्यूयॉर्क से लंदन की उड़ान का लगभग तीन-चौथाई सफर पूरा होने के बाद वर्जिन अटलांटिक ने घोषणा की कि विमान का रुख ग्लासगो की ओर मोड़ा जा रहा है। हीथ्रो एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय यात्राओं के लिहाज से दुनिया के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में शामिल है। इस साल जनवरी में यह खास तौर पर व्यस्त रहा, जब 63 लाख से अधिक यात्रियों ने यहां से सफर किया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में पांच प्रतिशत अधिक था।
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लंदन महानगर पुलिस बल के अनुसार, एंटी-टेररिज्म इन्वेस्टिगेशन टीम इस मामले की जांच का नेतृत्व कर रही है, क्योंकि वे आग के कारणों का जल्दी पता लगाने में सक्षम हैं। साथ ही, वे विद्युत उपकेंद्र में आग लगने के स्थान और राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पर इसके प्रभाव को अच्छी तरह समझते हैं। मिलिबैंड ने बताया कि आग बुझाने में सात घंटे लगे, जिससे एयरपोर्ट की आपातकालीन बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। हीथ्रो एयरपोर्ट ने अपने बयान में कहा कि परिस्थितियों को देखते हुए उसके पास पूरे दिन के लिए एयरपोर्ट बंद करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं था।
प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर के प्रवक्ता टॉम वेल्स ने स्वीकार किया कि अधिकारियों को इस घटना पर स्पष्टीकरण देना होगा और यह सुनिश्चित करने के लिए गहन जांच आवश्यक है कि भविष्य में इस स्तर का व्यवधान दोबारा न हो। लंदन फायर ब्रिगेड ने विद्युत उपकेंद्र में लगी आग बुझाने के लिए 10 दमकल गाड़ियों और लगभग 70 दमकलकर्मियों को तैनात किया। इसके अलावा, उपकेंद्र के पास स्थित घरों से लगभग 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। फायर ब्रिगेड के अनुसार, आग के कारण 67,000 उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई, हालांकि सुबह तक अधिकांश आपूर्ति बहाल कर दी गई।