लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग के नाम पर किया गया पोस्ट।
California Rakesh Rajdev House Firing: अमेरिका के कैलिफोर्निया में बुकी राकेश राजदेव के घर पर फायरिंग हुई है। इसकी जिम्मेदारी रोहित गोदारा से जुड़े गैंगस्टर महेंद्र ढेलाणा ने ली है। सोशल मीडिया पर नवीन बॉक्सर नाम के प्रोफाइल से शेयर पोस्ट में कहा गया कि ये सौरव, जो महादेव बुक चलाता है। राकेश राजदेव जो खुद को बड़ा बुकी समझता और पाकिस्तान को फंडिंग करता है। सुधर जाओ, वरना अंजाम बुरा होगा। सौरव तुम दुबई में दाऊद के भाई से मिलता है, हमें सब पता है। अभी तुम्हारे 40 गार्ड हैं ना, अब चाहो तो तुम 400 गार्ड रख लो, मगर मरवा देंगे।
पोस्ट में रोहित गोदारा, गोल्डी बराड़, काला जठेड़ी, नरेश सेठी, काला राणा, लिप्पन नेहरा का भी नाम है। पोस्ट में लिखा है कि हमारे लिए किसी देश में मरवाना मुश्किल काम नहीं है। देश के साथ गद्दारी मत करो। देश को मत बेचो, वरना ऐसी मौत देंगे कि तुम्हारी पीढ़ियां याद रखेंगी। अंतिम मौका है, सुधरने का।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) राकेश राजदेव के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लगातार जांच कर रहा। गुजरात पुलिस ने 2022 और 2023 में अवैध सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मामलों में राजदेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद 2023 में ईडी ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर उसके ठिकानों पर छापेमारी की थी। हालांकि, छापेमारी से पहले राकेश भारत छोड़कर फरार गया था। माना जाता है कि राकेश राजदेव महादेव एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर का करीबी है। वह केंद्रीय एजेंसियों के रडार पर है।
बीकानेर में जन्मा रोहित गोदारा 35 साल की उम्र में अपराध की दुनिया का बड़ा नाम बन चुका है। सलमान खान, दिशा पाटनी सहित कई नामी लोगों को अपनी धमकियों से टेंशन दे चुका है। हाल में बरेली में एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग में रोहित गोदारा का नाम सामने आया था। रोहित और उसके गैंग द्वारा राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र के कारोबारियों और चर्चित चेहरों को रंगदारी की धमकी दी जाती है। रोहित का शुरुआती नाम रावताराम स्वामी है। उसके अलावे उसके परिवार में किसी का आपराधिक इतिहास नहीं है।
रोहित तब रावताराम था तो 11 साल की उम्र में उसकी शादी कर दी गई। परिवार चलाने के लिए उसने मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान खोली। 2005 में पत्नी के साथ वह बीकानेर चला गया, जहां मोबाइल ठीक करने की दुकान चलाकर परिवार का भरण-पोषण कर रहा था। इसी दौरान रावताराम ने अपना नाम बदला और रोहित गोदारा रख लिया। बाद में उसने राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग के नाम से मोबाइल रिपेयरिंग सिखाने का संस्थान खोला। 2010 में उसके खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज हुआ और वह पहली बार जेल गया। 10 महीने के बाद उसे जमानत मिली, लेकिन इसके दो साल बाद 2012 में रोहित पर पत्नी ने दहेज और जबरन गर्भपात करने के आरोप लगाए। रोहित फिर जेल गया और 2-3 महीने रहा। इस दौरान उसकी संगत अपराध की दुनिया के महारथियों से हुई और वो भी अपराध की दुनिया में धाक जमाने में जुट गया।
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रोहित 13 जून 2022 को दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट पर दुबई भागा। उसने फर्जी पासपोर्ट में अपना नाम पवन कुमार लिखवाया। रोहित दुबई में रहकर लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता रहा, लेकिन कुछ महीनों पहले उसने खुद की गैंग बना ली।