डोनाल्ड ट्रंप और कीर स्टार्मर (सोर्स: सोशल मीडिया)
नवभारत डेस्क: डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनते ही बड़े फैसले लेना शुरू कर दिया। अमेरिका ने हाल ही में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसी कड़ी में अमेरिका ने भारत के कई अवैध प्रवासियों को वापस भेजा है, जिसके बाद काफी हंगामा मचा था क्योंकि अमेरिका ने विमान में भेजने के दौरान लोगों के हाथ-पैरों में हथकड़ी लगा दी थी। अमेरिका की राह पर चलते हुए अब ब्रिटेन ने भी अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।
ब्रिटेन में लेबर पार्टी के सत्ता में आने के बाद से 19 हजार अवैध प्रवासियों और अपराधियों को देश से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। ब्रिटिश गृह मंत्री वेट कूपर ने कहा कि हमारी सरकार के सत्ता में आने के बाद से 19 हजार लोगों को निर्वासित किया गया है।
The public must have confidence in the UK’s immigration system.
Through our Plan for Change, we have removed almost 19,000 people including failed asylum seekers, foreign criminals and immigration offenders from the UK since July 2024. pic.twitter.com/QY4tpQDqSP
— Home Office (@ukhomeoffice) February 10, 2025
ब्रिटेन की लेबर सरकार ने देश में अवैध रूप से काम करने वालों के खिलाफ छापेमारी शुरू कर दी है। इसके तहत भारतीय रेस्टोरेंट, नेल बार, सुविधा स्टोर और कार वॉश की दुकानों पर पुलिस ने छापेमारी की, जहां प्रवासी कामगार काम करते हैं। ब्रिटिश गृह सचिव की निगरानी में जारी इस कार्रवाई के तहत जनवरी में 828 परिसरों पर छापेमारी की गई। इसमें 609 लोगों को गिरफ़्तार भी किया गया है।
ब्रिटेन के गृह सचिव के कार्यालय ने कहा कि उनकी टीम अवैध कामगारों के बारे में खुफिया जानकारी के आधार पर काम कर रही थी। पिछले महीने की गई कार्रवाई में रेस्टोरेंट, टेकअवे और कैफ़े के साथ-साथ खाद्य, पेय और तंबाकू उद्योगों को भी निशाना बनाया गया।
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उन्होंने कहा कि हंबरसाइड में एक भारतीय रेस्टोरेंट में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 4 को हिरासत में लिया गया। ब्रिटिश गृह सचिव कूपर ने कहा कि आव्रजन नियमों का सम्मान किया जाना चाहिए और उन्हें लागू किया जाना चाहिए।