...नहीं तो लगा देंगे 100% टैरिफ, ट्रंप ने दी चेतावनी; भारत को भी लपेटा
नई दिल्ली: अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को एक कड़ी नसीहत दी है, जिसमें उन्होंने ब्रिक्स देशों से कहा कि वे नई करेंसी बनाने या फिर अमेरिकी डॉलर के स्थान पर किसी अन्य करेंसी को समर्थन देने से बचें, नहीं तो उनको 100% टैरिफ का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि ट्रंप अपने इस बयान के माध्यम से रूस और चीन को टारगेट करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अगर उन्होंने वही किया जो वह कह रहे हैं, तो इसका खामियाजा भारत को भी भुगतना पड़ सकता है।
अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “ट्रुथ सोशल” पर ट्रंप ने लिखा कि हम इन देशों से ये वचन चाहते हैं कि वे ना तो एक नई ब्रिक्स मुद्रा बनाएंगे और ना ही किसी अन्य मुद्रा को अमेरिकी डॉलर की जगह समर्थन देंगे। अगर ऐसा होता है तो उनको ना सिर्फ 100% टैरिफ का सामना करना पड़ेगा, बल्कि अमेरिकी बाजार में अपने सामान की बिक्री को भी खत्म करना पड़ेगा।
उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि वह एक और ‘मूर्ख’ ढूंढ सकते हैं। इसकी कोई संभावना नहीं है कि ब्रिक्स देश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अमेरिकी डॉलर की जगह ले लेगा तथा जो भी देश ऐसा करने का प्रयास करेगा उसे अमेरिका को अलविदा कह देना चाहिए।
यह बयान उन अफवाहों के बीच आया है जिनमें ऐसा कहा जा रहा था कि ब्रिक्स देशों के सदस्य अमेरिकी डॉलर की जगह एक नई साझा मुद्रा या अन्य विकल्प पर विचार कर रहे हैं। ट्रंप का ये बयान वैश्विक अर्थव्यवस्था और अमेरिका की मुद्रा नीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।
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बता दें कि ब्रिक्स देशों ने अपने आर्थिक संबंधों को मजबूत करने तथा अंतरराष्ट्रीय व्यापार में डॉलर की जगह अन्य विकल्पों पर विचार करने की संभावना जताई थी। हालांकि, ट्रंप के इस बयान ने एक नई बहस छेड़ दी है, जिसमें वैश्विक मुद्रा प्रणाली तथा अमेरिका के असर पर सवाल उठ रहे हैं।