दक्षिण कोरिया पहुंचे राष्ट्रपति ट्रंप, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
APEC Summit 2025: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुधवार को दक्षिण कोरिया पहुंचे हैं। दक्षिण-पूर्वी शहर ग्योंगजू में आयोजित एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) सम्मेलन में वे दुनिया के शीर्ष नेताओं के साथ शिरकत करेंगे। यह ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की पहली एशिया यात्रा है, जिससे कई अहम कूटनीतिक और आर्थिक संकेत जुड़े हैं।
ट्रंप ने जापान की राजधानी टोक्यो से एयरफोर्स वन के जरिए उड़ान भरी और बुधवार को बुसान के गिम्हे इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरे। उनके स्वागत के लिए दक्षिण कोरिया के शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका और उसके एशियाई सहयोगियों के बीच व्यापार और सुरक्षा से जुड़ी कई महत्वपूर्ण चर्चाएं चल रही हैं।
गुरुवार को ट्रंप और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग के बीच ग्योंगजू में उच्च स्तरीय वार्ता होने जा रही है। यह दोनों नेताओं की दो महीने में दूसरी मुलाकात होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बैठक में जुलाई में तय रूपरेखा वाले व्यापार समझौते पर मुहर लग सकती है।
इस डील के तहत दक्षिण कोरिया अमेरिका में लगभग 350 अरब डॉलर का निवेश करेगा, जबकि वाशिंगटन टैरिफ को 25% से घटाकर 15% करने पर सहमत हो सकता है। हालांकि, निवेश पैकेज से जुड़ी कुछ तकनीकी खामियों के कारण समझौता अब तक अंतिम रूप नहीं ले सका है।
गुरुवार को ही ट्रंप चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मिलेंगे। यह 2019 के बाद दोनों नेताओं की पहली आमने-सामने की वार्ता होगी। अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव और हालिया “रेयर अर्थ मिनरल्स” निर्यात नियंत्रण के मुद्दे ने इस मुलाकात को और महत्वपूर्ण बना दिया है।
हाल ही में चीन ने खनिज निर्यात पर सख्त नियंत्रण लगाए हैं, जिसके जवाब में अमेरिका ने 1 नवंबर से चीनी वस्तुओं पर अतिरिक्त 100% शुल्क लगाने की चेतावनी दी है। इसलिए यह शिखर वार्ता दोनों देशों के बीच तनाव कम करने की दिशा में अहम मानी जा रही है।
यह भी पढ़ें:- ब्राजील के रियो में ड्रग माफिया और पुलिस के बीच भीषण जंग, हेलिकॉप्टर से अटैक… चारों तरफ बिछी लाशें
ट्रंप की इस यात्रा ने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के साथ संभावित मुलाकात की अटकलों को भी जन्म दिया है। हालांकि, इस पर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बता दें कि ट्रंप और किम के बीच उनके पहले कार्यकाल में तीन बार सिंगापुर (2018), वियतनाम (2019) और पनमुनजोम (2019) में बैठकें हो चुकी हैं। दक्षिण कोरिया की इस यात्रा को वॉशिंगटन के एशिया-प्रशांत रणनीतिक रिश्तों को मजबूत करने के प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है। व्यापार, निवेश और सुरक्षा तीनों मुद्दों पर ट्रंप की यह यात्रा भविष्य की अमेरिकी नीति की दिशा तय कर सकती है।