सदी के सबसे भीषण तूफान 'मेलिसा' ने मचाई भारी तबाही, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Melissa Storm: कैरिबियाई क्षेत्र के कुछ हिस्सों में सदी का सबसे भयंकर तूफान कहे जा रहे मेलिसा ने भारी तबाही मचाई है। इस तूफान के चलते बड़े स्तर पर नुकसान की खबर है। ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक 30 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि मृतकों की संख्या में और बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है।
श्रेणी 5 का तूफान ‘मेलिसा’ मंगलवार को जमैका पहुंचा जिसके बाद पूरे क्षेत्र में विनाश का सिलसिला शुरू हो गया। इसके बाद तूफान क्यूबा और बहामास जाते हुए कमजोर पड़ गया लेकिन तब तक यह हजारों घरों सड़कों और बिजली नेटवर्क को तबाह कर चुका था।
अमेरिकी नेशनल हरिकेन सेंटर (NHC) के अनुसार, गुरुवार सुबह तक यह तूफान बरमूडा की दिशा में आगे बढ़ रहा था। NHC ने चेतावनी दी है कि तूफान के कमजोर पड़ने के बावजूद कैरिबियन के कई हिस्सों में भीषण बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बना रहेगा।
सबसे अधिक प्रभावित देशों में जमैका, क्यूबा और हैती शामिल हैं। इन इलाकों में तेज हवाओं और भारी बारिश से बिजली और संचार व्यवस्था ठप हो गई है। जगह-जगह पेड़ उखड़ गए हैं, सड़कें बह गई हैं और कई इलाके पूरी तरह जलमग्न हैं। जमैका के सेंट एलिजाबेथ जिले में बाढ़ के पानी में बहकर चार शव बरामद किए गए हैं। जमैका के स्थानीय सरकार एवं सामुदायिक विकास मंत्री डेसमंड मैकेंज़ी ने कहा कि यह हमारे लिए अत्यंत दुखद समय है। सेंट एलिजाबेथ में चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें तीन पुरुष और एक महिला शामिल हैं।
सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। जमैका का मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा राहत कार्यों के लिए बुधवार देर रात फिर से खोल दिया गया। जहां से भोजन, पानी और चिकित्सा सामग्री पहुंचाई जा रही है। हेलीकॉप्टरों के जरिए भी दुर्गम इलाकों में फंसे लोगों तक सहायता पहुंचाई जा रही है।
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इस बीच, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका क्यूबा और अन्य प्रभावित देशों के साथ खड़ा है और मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। कई देशों ने नकद सहायता, खाद्य सामग्री और बचाव दल भेजने का वादा किया है।