55वां महानिदेशक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों के बीच बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद अशरफुज्जमां सिद्दीकी ने हाल ही में बड़ा बयान दिया है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों की खबरों को वास्तविकता से अधिक बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।उन्होंने कहा कि देश एक बहुलतावादी समाज है, जहां सभी धर्मों के लोग मिल-जुलकर रहते हैं।
बांग्लादेश सरकार अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस दिशा में हरसंभव कदम उठा रही है। मेजर जनरल सिद्दीकी के अनुसार, कुछ घटनाओं को मीडिया और अन्य स्रोतों द्वारा अतिशयोक्तिपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया गया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गलत धारणाएं बन रही हैं।
बांग्लादेश सरकार ने कई बार दोहराया है कि वह देश में अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सरकार ने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ाने, कानून व्यवस्था को सख्त बनाने और किसी भी तरह की हिंसा पर कड़ा रुख अपनाने के निर्देश दिए हैं।
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इसी बीच, मेजर जनरल सिद्दीकी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब बांग्लादेश को अल्पसंख्यकों पर हमलों के कारण अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। हालांकि, सिद्दीकी ने स्पष्ट किया कि सरकार और सुरक्षा बल ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं और हालात सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
भारत के सीमा सुरक्षा बल (BSF) और बांग्लादेश के बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के बीच 55वां महानिदेशक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन 17 फरवरी, 2025 को नई दिल्ली में शुरू हुआ। यह सम्मेलन 17 से 20 फरवरी तक चलेगा, जिसका मुख्य उद्देश्य सीमा से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा करना और दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों के बीच सहयोग को मजबूत करना है।
इस सम्मेलन में BSF के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी कर रहे हैं, जबकि BGB की ओर से महानिदेशक मेजर जनरल मोहम्मद अशरफुज्जमां सिद्दीकी, OSP, BSP, SUP, BGBM, NDC, PSC, MFIL प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।