शेख हसीना
ढाका: बांग्लादेश से बड़ी खबर सामने आ रही है। ढाका में भारी हिंसा के बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ढाका छोड़ दिया है। हजारों प्रदर्शनकारी हाउस में जा घुस गए हैं। संभावना जताई जा रही है कि शेख हसीना का प्रधानमंत्री पद से स्तीफा दे सकती हैं। फिलहाल उन्होंने ढाका छोड़ दिया है। बांग्लादेश की सत्ता सेना संभाल सकती है।
रॉयटर्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री हसीना एक सैन्य हेलीकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हो गई हैं। बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। देश को अंतरिम सरकार चलाएगी।
प्रधानमंत्री आवास में घुसे
बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में झड़प में करीब 100 लोगों की मौत होने के एक दिन बाद सोमवार को भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रदर्शनकारियों ने आम जनता से ‘लॉन्ग मार्च टू ढाका’ में भाग लेने का आह्वान किया। इसी के तहत प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में घुसे।
A senior official from the Bangladesh Prime Minister’s Office, who requested anonymity, speaks to ANI -“Prime Minister Sheikh Hasina left the official residence in Dhaka after violence erupted. Her current whereabouts are unknown. The situation in Dhaka is highly sensitive, and… pic.twitter.com/Kb84w1OxQZ
— ANI (@ANI) August 5, 2024
मोबाइल इंटरनेट बंद
अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया तथा फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई। प्रदर्शनकारी सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे को लेकर हसीना का इस्तीफा मांग रहे हैं। बंगाली भाषा के प्रमुख समाचार पत्र प्रोथोम अलो ने बताया कि रविवार को हुई झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 99 लोगों की मौत हो गई। हिंसा के कारण प्राधिकारियों को मोबाइल इंटरनेट बंद करना पड़ा और पूरे देश में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लागू करना पड़ा।
छह अगस्त को थी लॉन्ग मार्च टू ढाका की योजना
एंटी-डिस्क्रिमिनेशन स्टूडेंट मूवमेंट ने सोमवार को अपना लॉन्ग मार्च टू ढाका आयोजित करने की योजना बनाई है जिसे पूर्व में एक दिन बाद आयोजित किया जाना था। आंदोलन के समन्वयक आसिफ महमूद ने रविवार रात को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि देश में बढ़ रही चिंताओं के बीच बुलायी गई एक आपात बैठक में यह फैसला लिया गया। समन्वयक आसिफ महमूद ने कहा कि स्थिति की समीक्षा के लिए एक आपात फैसले में हमारा ‘मार्च टू ढाका’ कार्यक्रम छह अगस्त के बजाय पांच अगस्त को होगा।
एक नया बांग्लादेश बनाने का मुहिम
दूसरे शब्दों में, हम देशभर के छात्रों से सोमवार को ढाका आने का आह्वान कर रहे हैं। उन्होंने आम जनता से इसमें भाग लेने का आह्वान करते हुए कहा, अंतिम लड़ाई का वक्त आ गया है। इतिहास का हिस्सा बनने के लिए ढाका आइए। छात्र एक नया बांग्लादेश बनाएंगे। कर्फ्यू के कारण आवामी लीग का सोमवार को नियोजित शोक जुलूस रद्द कर दिया गया है। भारत ने बांग्लादेश में जारी हिंसा के कारण अपने सभी नागरिकों को अगली सूचना तक पड़ोसी देश की यात्रा न करने की सलाह दी है।