फाइल फोटो (Image- Social Media)
World News: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रविवार देर रात पाकिस्तान द्वारा की गई एयरस्ट्राइक ने दोनों देशों के बीच तनाव को और गहरा कर दिया है। यह एयरस्ट्राइक तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के खिलाफ की गई थी। इस घटना के बाद चीन ने भी सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।
कथित तौर पर विस्फोटों की शुरुआत पूर्वी काबुल के डिस्ट्रिक्ट 8 से हुई, जो प्रमुख सरकारी प्रतिष्ठानों और रिहायशी इलाकों का केंद्र माना जाता है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, घटना के दौरान आसमान में विमानों की तेज आवाजें सुनाई दीं। इसी दौरान पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने पक्तिका प्रांत के बरमल जिले में भी बमबारी की।
स्थानीय समाचार एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, रात करीब 12 बजे बरमल जिले के मरगा बाजार पर पाकिस्तानी जेट विमानों ने हमला किया। हालांकि, अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सूत्रों का कहना है कि बाजार में लगभग 10 दुकानें पूरी तरह तबाह हो गईं, कुछ में आग लग गई और कई दुकानों के शीशे टूट गए। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी भारत दौरे पर हैं।
इस घटनाक्रम के बाद चीन ने पाकिस्तान में अपने नागरिकों के लिए एक सख्त सुरक्षा अलर्ट जारी किया है। चीन की खुफिया एजेंसी मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्योरिटी (MSS) ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान में चीनी नागरिकों, दूतावासों और CPEC (चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर) परियोजनाओं पर आतंकी हमलों का खतरा बढ़ गया है।
सूत्रों के अनुसार, इस अलर्ट में चीन के इस्लामाबाद और कराची स्थित दूतावासों को “अधिकतम सतर्कता” बरतने और कर्मचारियों की आवाजाही को सीमित रखने का निर्देश दिया गया है। साथ ही ज़मीन पर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने के आदेश दिए गए हैं।
यह अलर्ट चीन की सुरक्षा एजेंसी को प्राप्त ‘विश्वसनीय खुफिया सूचना’ के आधार पर जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि TTP जैसे आतंकी संगठन आत्मघाती हमलों की योजना बना रहे हैं, विशेष रूप से सैन्य ठिकानों और CPEC से जुड़े चीनी प्रोजेक्ट्स को निशाना बनाए जाने की आशंका है।
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जानकारों के मुताबिक, इस चेतावनी ने पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों को चिंतित कर दिया है। यह संकेत देता है कि चीन का पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर भरोसा लगातार कमजोर हो रहा है। पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान में काम कर रहे कई चीनी इंजीनियरों और श्रमिकों को आतंकवादी संगठनों ने निशाना बनाया है, जिनमें बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) और TTP जैसे गुट शामिल हैं। स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है और आने वाले समय में इस तनाव का क्षेत्रीय स्थिरता पर गहरा असर पड़ सकता है।