राज्यपाल ने मुर्शिदाबाद हिंसा की रिपोर्ट केंद्र को सौंपी
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद से अभी भी हालात बहुत अच्छे नहीं हैं। पलायन कर गए लोग वहां लौटने में डर रहे हैं। इस मामले में राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने केंद्र सरकार को रिपोर्ट सौंप दी है। उन्होंने रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि कट्टरपंथ और उग्रवाद बंगाल के लिए गंभीर खतरा है। राज्य सरकार अभी भी लापरवाही बरत रही है।
वक्फ कानून के विरोध में मुर्शिदाबाद में समुदाय विशेष के लोग हिंसा पर उतर आए थे। इस दौरान कई मोहल्लों में जाकर लोगों को मारापीटा गया। उनके घरों के बाहर खड़ी गाड़ियां जला दी गईं। दंगे में तीन लोगों की मौत भी हो गई थी।
राज्यपाल ने कहा है कि प्रदेश के संवेदनशील जिले मुर्शिदाबाद और मालदा में अभी भी हालात ठीक नहीं दिख रहे हैं। जिले में हिंदू समुदाय अल्पसंख्यक है जिससे वह डरे हुए हैं। रिपोर्ट में उन्होंने कहा है कि मुर्शिदाबाद हिंसा से कई अन्य जिले भी प्रभावित हो सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप में हिंसा को पूर्व नियोजित करार दिया था। हालात ठीक नहीं हैं और सुरक्षा इंतजाम पर्याप्त नहीं दिख रहे हैं।
मुर्शिदाबाद हिंसा का भयावह मंजर अभी तक लोगों के जहन में है यही कारण है कि लोग इसे भूल नहीं पा रहे हैं और दहशत में जी रहे हैं। राज्य सरकार ने बार-बार हिन्दुओं को सुरक्षा का आश्वासन दिया इसके बाद भी पलायन कर गए लोग अपने घरों को लौटने से कतरा रहे हैं। उन्हें डर है कि कट्टरपंथी फिर से उनके घरों पर हमला कर देंगे तो वे क्या करेंगे।
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राज्यपा ने यह भी कहा है कि बंगाल में हिंसा को लेकर ममता सरकार की ओर से लचर रवैया अपनाया गया है। हिंसा करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है और न ही उस समय हिंसा करने वालों को रोका गया था। पुलिस भी लोगों को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हुई।