ममता बनर्जी (फोटो-सोशल मीडिया)
CM Mamata Banerjee ने हाल ही में कहा कि लड़कियों को रात में बाहर नहीं जाने देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस मामले में सरकार को घसीटना गलत है, क्योंकि छात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी निजी मेडिकल कॉलेज की थी। पुलिस ने घटना के संबंध में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के एक निजी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल की छात्रा के साथ हुए जघन्य गैंगरेप मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए विवादित टिप्पणी की है। रविवार, 12 अक्टूबर 2025 को, मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक रूप से कहा कि लड़कियों को रात में बाहर नहीं निकलने देना चाहिए।
यह घटना पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले के दुर्गापुर स्थित एक निजी मेडिकल कॉलेज के परिसर के पास सामने आई थी। पीड़िता, जो ओडिशा की रहने वाली है, रात में अपने एक दोस्त के साथ डिनर के लिए बाहर गई थी। उसी दौरान, अचानक तीन अज्ञात लोग वहां पहुंचे और उन्होंने मेडिकल कॉलेज कैंपस के पास छात्रा के साथ बलात्कार किया। चौंकाने वाली बात यह है कि घटना के समय लड़की का दोस्त घटनास्थल से भाग गया था।
मुख्यमंत्री ने इस संवेदनशील मामले पर बयान देते हुए सरकार का बचाव किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस मामले में सरकार को घसीटना सही नहीं है। ममता बनर्जी के अनुसार, चूंकि यह एक निजी मेडिकल कॉलेज का मामला है, इसलिए लड़की की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी कॉलेज प्रशासन की थी, न कि सरकार की।
इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रविवार को तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अतिरिक्त, पुलिस ने एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है, जिसकी भूमिका घटना में संदिग्ध पाई गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और यह मामला अत्यंत संवेदनशील है। तीनों आरोपियों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं।
जांच अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने परानागंज काली बाड़ी श्मशान घाट से सटे जंगल में स्थित अपराध स्थल की रविवार को घेराबंदी कर दी। पुलिस दुर्गापुर स्थित निजी मेडिकल कॉलेज के आसपास के गांवों में भी व्यापक तलाशी अभियान चला रही है। अधिकारियों ने बताया कि इलाके के जंगलों में साक्ष्य और संदिग्धों की तलाश के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
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आपको बता दें कि पीड़िता के माता-पिता ओडिशा से दुर्गापुर पहुंचे और उन्होंने ‘न्यू टाउनशिप’ पुलिस थाने में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई। पीड़िता का इलाज उसी निजी कॉलेज एवं अस्पताल में किया जा रहा है जहां वह पढ़ाई करती है। अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता की हालत में सुधार है और उसने पुलिस अधिकारियों को अपना बयान भी दे दिया है।