वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट। (सोर्स - सोशल मीडिया)
Religious Freedom : सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो भारत में धार्मिक स्वतंत्रता और कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। यह वीडियो क्रिसमस के दिन मध्यप्रदेश के इंदौर शहर का बताया जा रहा है, जहां एक निजी कंपनी द्वारा आयोजित क्रिसमस इवेंट के दौरान हंगामा हुआ।
वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ हिंदूवादी संगठनों से जुड़े लोग कार्यक्रम स्थल पर पहुंचते हैं और वहां लगे क्रिसमस ट्री को तोड़ना शुरू कर देते हैं। इस दौरान धार्मिक नारे भी लगाए जाते हैं, जिससे वहां मौजूद लोगों में डर का माहौल बन जाता है। यह घटना लसूडिया थाना क्षेत्र के ‘द हब फूड स्ट्रीट’ की बताई जा रही है।
असली धर्म नफ़रत नहीं, इंसानियत सिखाता है। धार्मिक नारे आस्था के प्रतीक होते हैं, न कि हिंसा के औज़ार। इंदौर के द हब में क्रिसमस के दौरान तोड़फोड़ और “जय श्री राम” के नारे, भारत की साझी संस्कृति को कलंकित करते हैं। pic.twitter.com/EPokHqOgx1 — Dr. Laxman Yadav (@DrLaxman_Yadav) December 26, 2025
वायरल वीडियो में साफ नजर आता है कि इवेंट की होस्ट और आयोजक महिला उपद्रव कर रहे लोगों से लगातार अपील करती हैं कि वे तोड़फोड़ न करें। वह कहती हैं कि क्रिसमस ट्री और सजावट के पीछे कई लोगों की मेहनत लगी है और इसे नुकसान न पहुंचाया जाए।
महिला यह भी साफ करती हैं कि वह किसी को नारे लगाने से नहीं रोक रही हैं, लेकिन कार्यक्रम में हिंसा और तोड़फोड़ न हो। हालात को संभालने के लिए वह खुद ‘जय सिया राम’ के नारे भी लगवाती हैं, ताकि माहौल शांत हो सके। महिला यह भी बताती हैं कि वह क्रिश्चियन हैं और उन्होंने यह इवेंट आयोजित किया है, इसके बावजूद तोड़फोड़ करना गलत है।
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इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसके बाद लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या भारत में धार्मिक कार्यक्रमों को शांतिपूर्वक मनाने की आजादी है। कई यूजर्स दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
मामले पर पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा है कि उन्हें घटना से जुड़ा वीडियो मिल गया है और उसकी जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि वीडियो के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन यह घटना धार्मिक सहिष्णुता और कानून व्यवस्था पर एक बड़ी बहस छेड़ चुकी है।