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देहरादून: उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश हो रही है। इसके चलते भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही है। इसे देखते हुए उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने चारधाम यात्रा को लेकर बड़ा फैसला लिया है। इन प्राकृतिक घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने रविवार को चारधाम यात्रा को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया।
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि बताते हुए गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने यहां कहा कि वर्तमान मौसमी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर यह एहतियाती कदम उठाया गया है ताकि मार्गों पर फंसे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा सके।
गढ़वाल आयुक्त पांडेय ने कहा कि चार धाम यात्रा से संबंधित जिलों के प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है और राहत एवं बचाव दलों को सक्रिय किया गया है। उन्होंने बताया कि आगे की यात्रा को लेकर निर्णय सोमवार को मौसम की स्थिति और मार्गों की समीक्षा के पश्चात लिया जाएगा।
आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने श्रद्धालुओं से भी अपील की है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और मौसम सामान्य होने तक यात्रा स्थलों की ओर प्रस्थान न करें।
पिछले कुछ दिनों से जारी बारिश की वजह से भूस्खलन होने के कारण कई जगह रास्ते बंद हो गए हैं। गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारानाथ और बदरीनाथ की यात्रा पर आए श्रद्धालुओं को मौसम संबंधी जानकारी लेने के बाद ही यात्रा करने तथा इस दौरान सतर्क रहने की अपील की गयी है।
प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि यात्रियों को सलाह दी गयी है कि बारिश के दौरान गैर जरूरी यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थान पर रुक कर बारिश के बंद होने की प्रतीक्षा करें।
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बता दें कि उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़कोट क्षेत्र में पालीगाड़ और ओजरी डाबरकोट के बीच सिलाई बैंड के पास बादल फटने से 8 से 9 मजदूर लापता हो गए। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार मध्यरात्रि 12 बजे के बाद हुई घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन, राज्य आपदा प्रतिवादन बल सहित अन्य एजेंसियों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)