मेट्रोपोल होटल परिसर को बनाया जाएगा पार्किंग, जिन्ना ने इसी होटल में बिताया था पत्नी संग वक्त
नैनीताल: भारत में टूरिस्म के विस्तार को लेकर उत्तराखंड सरकार की ओर से रोजाना नए कदम उठाए जा रहे हैं। हर साल यहां लाखों की संख्या में सैलानी छुट्टियां मनाने और पहाड़ों की खूबसूरती का आनंद लेने आते हैं। ऐसे में यहां पर्यटकों की भीड़ उमड़ती है। कई बार वाहनों की कतारें भी लग जाती हैं। इसलिए यहां के मेट्रोपोल होटल परिसर को पार्किंग लॉट की तरह इस्तेमाल करने का फैसला किया गया है।
नैनीताल जिले का मेट्रोपोल होटल परिसर को अब पार्किंग के तौर पर प्रयोग किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस होटल को पार्किंग के रूप में इस्तेमाल करने के लिए राज्य सरकार को आवंटित कर दिया है। बताया जाता है मेट्रोपोल होटल वर्ष 1880 में गौथिक शैली में बनाया गया था।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मेट्रोपोल होटल परिसर को अस्थायी रूप से पार्किंग के रूप में प्रयोग करने के लिए पुष्कर सिंह धामी सरकार को आवंटित कर दिया है। अमित शाह ने मुख्यमंत्री धामी को इस संबंध में एक पत्र लिखकर भी दिया है। ऐसे में अगले आदेश तक इस होटल को पार्किंग के रूप में ही प्रयोग किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री के आदेश के बाद होटल परिसर को पार्किंग बनने का रास्ता साफ हो गया है।
बताया जाता है कि मोहम्मद अली जिन्ना वर्ष 1919 में शादी के बाद पत्नी के हनीमून पर नैनीताल ही आए थे। जिन्ना तब इसी मेट्रोपोल होटल में रुके थे। यही नहीं जिन्ना ने पत्नी रतीबाई के साथ नैनीताल में मॉल रोड स्थित झील में बोटिंग भी की थी। जिन्ना की स्ट्रेनले वाल्पार्ट की ओर से लिखी गई बायोग्राफी में अपने नैनीताल की इस खास ट्रिप का जिक्र भी किया है। जिन्ना उन दिनों अपने खास मित्र महमूदाबाद के राजा के अतिथि के रूप में यहां आए थे। राजा का नैनीताल में ही मेट्रोपोल होटेल था। उस समय यह नैनीताल का प्रमुक होटल था जिसमें देश-विदेश के हाईक्लास लोग रुकने आते थे।
खास बात ये है कि मेट्रोपोल होटल का मालिकाना हक आजादी के वक्त 1957 में महमूदाबाद रियासत के नवाब के पास था। ये होटल परिसर करीब नौ एकड़ में फैला हुआ है। कभी इस होटल में 75 कमरे, 16 कॉटेज, 24 सरवेंट क्वाटर के साथ ही पांच टेनिस लॉन भी हुआ करते थे। महमूदाबाद रियासत के नवाब बंटवारे के बाद पाकिस्तान चले गए। वर्ष 1968 में शत्रु संपत्ति अधिनियम लागू होने के साथ इस होटल को शत्रु संपत्ति घोषित कर दी गई थी।