प्रतीकात्मक चित्र (सोर्स- सोशल मीडिया)
UP Viral News: अभी कुछ दिन पहले राजधानी दिल्ली के कुत्तों को लेकर दिए गए सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश को लेकर जमकर बवाल कटा। शीर्ष अदालत को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना पड़ा तब जाकर मामाल शांत हुआ। इस बीच उत्तर प्रदेश में कुत्तों को लेकर सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार का नया फरमान सामने आ गया है।
जी हां! उत्तर प्रदेश में कुत्तों के काटने के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए, सूबे की योगी सरकार ने एक बड़ा और अनोखा कदम उठाया है। सरकार के नए आदेश के तहत, अगर कोई कुत्ता किसी व्यक्ति को दो बार काटता है, तो उसे ‘आजीवन कारावास’ की सज़ा दी जाएगी। यानी ऐसे हिंसक और हमलावर कुत्तों को आजीवन एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटर में रखा जाएगा।
इस आदेश विषय में प्रयागराज के नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने बताया कि अगर कुत्ता पहली बार किसी को काटता है, तो उसे एबीसी सेंटर में 10 दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा। इस दौरान उसका इलाज और निगरानी की जाएगी।
वहीं, 10 दिनों के बाद छोड़े जाने से पहले कुत्ते में एक माइक्रो चिप लगाई जाएगी ताकि उसके व्यवहार और गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा सके। इसके अलावा, उसे एंटी-रेबीज टीके भी दिए जाएंगे और उसका पूरा विवरण रिकॉर्ड में रखा जाएगा। लेकिन अगर वही कुत्ता दूसरी बार किसी को काटता है, तो तीन सदस्यीय टीम घटना की जांच करेगी।
इस टीम में पशुधन अधिकारी, स्थानीय निकाय के प्रतिनिधि और एसपीसीए के सदस्य शामिल होंगे। जांच में यह देखा जाएगा कि क्या किसी ने कुत्ते को हमला करने के लिए उकसाया था। अगर कुत्ते के आक्रामक स्वभाव की पुष्टि होती है, तो उसे आजीवन एबीसी सेंटर में रखा जाएगा। उसे तभी छोड़ा जाएगा जब कोई व्यक्ति उसे अधिकृत तरीके से गोद ले।
सरकार के इस आदेश को लागू करने के लिए पीड़ित को सरकारी अस्पताल से इलाज का प्रमाण पत्र देना होगा। उसके बाद नगर निगम की पशुधन टीम कुत्ते को पकड़कर एबीसी सेंटर भेजेगी। यहां उसकी गतिविधियों की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी और स्वास्थ्य पर नज़र रखी जाएगी।
प्रयागराज नगर निगम के पशुधन अधिकारी डॉ. विजय अमृतराज ने बताया कि आदेश मिलते ही नगर निगम ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। तीन सदस्यीय समिति का गठन किया जा रहा है और जल्द ही हिंसक और हमलावर कुत्तों की पहचान कर उन्हें एबीसी सेंटर भेजने का अभियान चलाया जाएगा।
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डॉ. अमृतराज ने बताया कि प्रयागराज के करेली इलाके में दो साल पहले एबीसी सेंटर की स्थापना की गई है, जिसमें लगभग 300 कुत्तों को रखने की क्षमता है। यहां कुत्तों की नसबंदी के साथ-साथ उन्हें एंटी-रेबीज इंजेक्शन भी दिए जाते हैं। उनका कहना है कि शहरवासियों की सुरक्षा और कुत्तों के बेहतर प्रबंधन के लिए यह कदम बेहद अहम साबित होगा।