उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी। (सौजन्य: सोशल मीडिया)
लखनऊ : समान नागरिक संहिता कानून को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की ओर से लगातार विरोध किया गया था लेकिन सरकार ने इसे जनहित में पारित कर दिया था। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूसीसी को प्रदेश में सफलता से लागू किया है। सीएम धामी का कहना है कि समान नागरिक संहिता सभी के हित में है। मोदी सरकार ने इस कानून को लेकर संविधान निर्माताओं को सच्ची श्रद्धांजलि दी है।
उत्तराखंड के मुख्यमंंत्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार को उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में आयोजित इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी कार्यक्रम में पहुंचे। यहां उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से लाए यूसीसी कानून की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह संविधान समुदाय विशेष की महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है।
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यूसीसी कानून कुरीतियों को खत्म करने वाला है। यह महिलाओं को समाज में उनका हक और सम्मान दिलाने वाला है। अब कोई तीन बार तलाक बोलकर हमारी बहनों को घर से निकलाकर दिखाए तो बताएं। इस कानून के लागू होने से तीन तलाक और हलाला जैसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सकेगी। इसके अंतर्गत लिविंग रिलेशनशिप में रजिस्ट्रेश हो सकेगा तो दिल्ली में श्रद्दा हत्याकांड जैसे जघन्य अपराध पर रोक लगाई जा सकेगी। कोई श्रद्धा किसी आफताब के जाल में फंसकर जान नहीं गंवाएगी।
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धामी ने कहा कि देश में यूसीसी कानून सभी के लिए एक समान व्यवस्था और एक समान कानून की सिफारिश करता है। उत्तराखंड में ये कानून सफलतापूर्वक लागू हो चुका है और उम्मीद करता हूं कि पूरे देश में ये जल्द ही लागू हो जाएगा। जो लोग इस कानून को तर्क संगत नहीं कह कर रहे थे वह भी इसके लाभ अब समझ गए हैं।
वहीं कार्यक्रम के दौरान भाजपा ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य ने कहा कि उत्तराखंड की सीएम ने इस कानून के सबसे पहले अपने राज्य में लागू किया है। वोट बैंक की चिंता किए बिना उन्होंंने लोक हित में ये कदम उठाया सफल हुआ है।