दरगाहों-मस्जिदों के बाहर अल्पसंख्यक मोर्चा 11 जून से चौपालों का आयोजन करेगा (कॉन्सेप्ट फोटो- सोशल मीडिया)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अब धार्मिक स्थलों के बाहर भाजपा का नया अभियान दिखाई देगा, जहां ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का उत्सव मनाया जाएगा। अल्पसंख्यक मोर्चा 11 जून से चौपालों का आयोजन करेगा, जिसमें संविधान की पुस्तकें वितरित की जाएंगी और केंद्र सरकार की नीतियों की जानकारी दी जाएगी। 12 जून को लखनऊ से ‘मोदी के साथ मुसलमान’ विषय पर सम्मेलन की शुरुआत होगी। इन कार्यक्रमों के जरिए भाजपा मुस्लिम बुद्धिजीवियों, युवाओं और समाजसेवियों को जोड़ने की कोशिश करेगी। खास बात यह है कि इस बार मदरसों और धार्मिक स्थलों को भी इस संवाद में शामिल किया जा रहा है।
अभियान के तहत न सिर्फ अल्पसंख्यक समुदाय से संवाद किया जाएगा, बल्कि योग दिवस जैसे आयोजनों में भी उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। 21 जून को योग दिवस के मौके पर प्रदेश के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में स्थित मदरसों में योगाभ्यास होगा, जिसमें शिक्षक, छात्र और स्थानीय लोग भाग लेंगे। इस पूरी पहल का मकसद है कि सरकार की योजनाओं और सुरक्षाबलों की उपलब्धियों को सीधे समाज के हर तबके तक पहुंचाया जाए।
धार्मिक स्थलों के बाहर संवाद का नया प्रयोग
राज्य भर में दरगाहों, मस्जिदों, गुरुद्वारों और चर्चों के बाहर आयोजित होने वाली चौपालों में भाजपा केंद्र सरकार के 11 साल की उपलब्धियों को लेकर चर्चा करेगी। इन चौपालों में संविधान की पुस्तकें भी बांटी जाएंगी, ताकि अल्पसंख्यक समाज को संवैधानिक अधिकारों और सरकार की रीति-नीति से अवगत कराया जा सके। यह पहल 11 जून से शुरू होकर प्रदेश के हर जिले में पहुंचेगी।
सम्मेलनों और योग दिवस के जरिए संवाद को मजबूती
12 जून को लखनऊ में ‘मोदी के साथ मुसलमान’ विषय पर सम्मेलन के साथ इस अभियान की शुरुआत होगी। यहां मदरसों के प्रतिभाशाली छात्रों को सम्मानित किया जाएगा और शहीद जवानों के परिवारों को भी मंच पर आमंत्रित किया जाएगा। वहीं 21 जून को सभी विधानसभा क्षेत्रों के मदरसों में योग अभ्यास कराया जाएगा, जिससे यह संदेश जाए कि राष्ट्र के विकास और स्वास्थ्य अभियानों में सभी समुदायों की भागीदारी अहम है।