मथुरा के सिहोर में सांप ने 3 दिन में एक परिवार के 3 लोगों को डसा (सोर्स- सोशल मीडिया)
Snakebite cases in Mathura: आपने नाग-नागिन से जुड़ी फिल्मी कहानियों ने नागिन के बदले को देखा होगा। बुजुर्गों की कहानियों में सुना होगा। लेकिन अब उत्तर प्रदेश के मथुरा से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने इस बात की तस्दीक कर दी है। क्योंकि यहां सांप ने तीन दिन में एक ही परिवार के तीन लोगों को डसा है। जिसमें एक की मौत हो गई है, जबकि दो गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।
इन घटनाओं से पूरा परिवार दहशत में है। दिन को चैन नहीं है और रात आंखों में गुजर रही है। वहीं अब यह भी चर्चा शुरू हो गई है कि इन सर्पदंश की घटनाओं के नेपथ्य में कुछ दिन पहले एक सांप के मारे जाने की घटना है। चलिए पूरी कहानी समझते हैं…
सिहोरा गांव के सोनपाल ने बताया कि मेरे बेटे मनोज (34) की पत्नी ने जून में एक बेटे को जन्म दिया था। हमने अपने पोते के जन्म की खुशी में 2 जुलाई को गांव में कुआं पूजन का कार्यक्रम रखा था। 3 जुलाई को घर में एक छोटा सा साँप दिखाई दिया, जिसे हाथरस के रहने वाले मनोज के साले सचिन डंडे से पीट-पीटकर मार डाला और फेंक दिया।
पिता ने बताया- बच्चे सांप की मौत के चार दिन बाद घर में एक सांप दिखाई दिया। काले साँप को देखकर लोग फिर से डर गए। थोड़ी देर बाद सांप घर में कहीं छिप गया। सांप कभी-कभी आते-जाते परिवार के सदस्यों को दिखाई देता था, हमने उसे अनदेखा कर दिया।
10 जुलाई को मनोज छत पर सो रहा था। वह नीचे आया और बोला कि उसे किसी ने काट लिया है। हमने सांप पकड़ने वालों को दिखाया तो उन्होंने उसे थप्पड़ मारे। फिर उसने कहा कि इसे अस्पताल दिखाओ। हम उसे वहां से अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने कहा- सब ठीक हो जाएगा। वहां उसकी हालत बिगड़ने लगी। इसलिए डॉक्टरों ने उसे जयपुर रेफर कर दिया। हम मनोज को जयपुर ले गए जहाँ उसकी मौत हो गई।
11 जुलाई को मनोज के जीजा दिनेश, मनोज के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे। अंतिम संस्कार के बाद, दिनेश और मनोज का बड़ा भाई पप्पू रात में कमरे में एक ही बिस्तर पर सोए। देर रात सांप ने दिनेश और पप्पू को डस लिया। इसके बाद सांप के काटने की खबर पूरे गांव में तेज़ी से फैल गई।
सपेरों ने दिनेश और पप्पू पर 4 घंटे तक झाड़-फूंक की, लेकिन दोनों की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका इलाज चल रहा है। सीएमओ अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ. भूदेव ने बताया कि सांप के काटने पर मरीज को तुरंत सरकारी अस्पताल ले जाना चाहिए। जहाँ एंटी-वेनम इंजेक्शन दिया जाता है।
साथ ही, सपेरों ने गांव वालों को बताया कि वहां तीन और सांप हैं। अंधविश्वास की इस कहानी से गांव वाले डरे हुए हैं। सपेरों ने बताया कि सांप को पकड़कर एक डिब्बे में बंद कर दिया गया था। जिस सांप के बच्चे की मौत हुई है, वह उसी सांप का बच्चा है। सांप अपने बच्चे की मौत का बदला ले रहा है।
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परिवार ने सपेरों को बुलाया। उन्होंने एक सांप को पकड़ लिया। सपेरों ने बताया कि घर में अभी भी तीन सांप हैं। गांव के लोग भी इस अंधविश्वास में फंस गए। सांपों से बचने के लिए गांव में पूजा-अर्चना की जा रही है। जबकि आपदा प्रबंधन विभाग समय-समय पर ऐसी अफवाहों से जागरूक करता रहता है।