प्रियंका गांधी (फोटो-सोशल मीडिया)
नई दिल्लीः ग्रेटर नोएडा के निजी विश्वविद्यालय में बीडीएस सेकेंड ईयर की छात्रा की आत्महत्या पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का रिएक्शन आया है। उन्होंने इस घटना को देशभर की लड़कियों के लिए निराशाजनक करार दिया है। वहीं घटना को लेकर ग्रेटर नोएडा के एडीसीपी सुधीर कुमार ने बताया कि छात्रा का शव शुक्रवार को छात्रावास में मिला था। इस मामले में विश्वविद्यालय के दो कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है।
कांग्रेस सांसद गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि “इससे पहले, ओडिशा में एक छात्रा को अपनी जान लेने के लिए मजबूर होना पड़ा था। अब ग्रेटर नोएडा के शारदा विश्वविद्यालय में भी ऐसी ही एक दुखद घटना सामने आई है।
जहां जीवन सुरक्षित नहीं, वहां कैसे छात्र देख पाएंगा सपना ?-प्रियंका
प्रियंका गांधी ने कहा कि एक छात्रा ने शिक्षकों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए अपनी जान ले ली। क्या हमारे शिक्षण संस्थान हमारे बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं हैं? वे ऐसी जगह बेहतर जीवन का सपना कैसे देख पाएंगे, जहां जीवन ही सुरक्षित नहीं है? लड़कियों को जीवन के हर पड़ाव पर आगे बढ़ने के लिए दोगुना संघर्ष करना पड़ता है। ऐसी घटनाएं देश भर की लड़कियों के लिए निराशाजनक हैं। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार को इन मामलों का संज्ञान लेना चाहिए, सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए। साथ ही ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
पहले ओडिशा में एक छात्रा को जान देने पर मजबूर किया गया और अब ऐसी ही दुखद घटना ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी में सामने आई है। एक छात्रा ने शिक्षकों पर प्रताड़ना का आरोप लगाकर खुदकुशी कर ली।
क्या हमारे शैक्षणिक संस्थान हमारे बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं हैं? जहां जिंदगी ही…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 19, 2025
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शारदा विश्वविद्यालय में छात्रा ने लगाई फांसी
घटना की को लेकर ग्रेटर नोएडा के एडीसीपी सुधीर कुमार ने बताया कि 18 जुलाई को नॉलेज पार्क थाने को सूचना मिली कि शारदा विश्वविद्यालय के एक छात्रावास में एक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस मौके पर पहुंची और पंचायतनामा किया। परिजन भी मौके पर पहुंच गए हैं। उनकी शिकायत के अनुसार, संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। दो आरोपियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।इस घटना से पीड़ित परिवार और विश्वविद्यालय के छात्रों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने शारदा विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और घटनास्थल पर कानून-व्यवस्था बहाल कर दी गई।