ओम प्रकाश राजभर (फोटो- सोशल मीडिया)
लखनऊः एक तरफ पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच गरमा-गरमी का माहौल है। वहीं दूसरी तरह देश के अंदर काफी उबाल है। इस बीच भारत सरकार के सिंधु जल संधि स्थगित करने के फैसले को जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने गलत बता दिया। उनके इस बयान पर यूपी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर भड़क गए। राजभर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि अगर किसी को दर्द हो रहा है तो उसे पाकिस्तान जाकर आतंकवादियों को समझाना चाहिए।
कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि यह भारत सरकार का फैसला है। 140 करोड़ देशवासी भारत सरकार के साथ हैं। राजभर ने कहा कि अभी तो पानी रोका है, कल को उनके शरीर से खून भी निकाल लिया जाएगा।
भारत सरकार तय करेगी पाकिस्तान को कैसे पश्त करना है: राजभर
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कूटनीतिक फैसले लिए हैं, जिसमें से एक सिंधु जल समझौता स्थगित करने का फैसला भी है। ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि- ये पॉलिसी भारत सरकार की है, दुश्मन को पस्त करने के लिए क्या-क्या करना है वो भारत सरकार तय करेगी वो किसी के कहने से नहीं है।
‘किसी के पेट में दर्द है तो वो पाकिस्तान..’
राजभर ने कहा कि “अगर किसी को बहुत दर्द है वो जाकर पाकिस्तान में जो आतंकवादी है उनको जाकर समझाते दें कि अभी तो पानी रोका गया है। कल को तुम्हारे शरीर से ख़ून निकाल लिया जाएगा तो क्या करोगे। ”
पानी रोका जाना देश के लिए ठीक नहीं: अरशद मदनी
बता दें कि बीते रोज यानी रविवार को जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने सिंधु जल समझौते को स्थगित करने पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर कोई पानी रोकता है तो रोकने दो। ये नदियां हजारों सालों से बह रही हैं। आप उनका पानी कहां ले जाएंगे। ये आसान नहीं है। पानी रोका जाना देश के लिए ठीक नहीं है। मुझे लगता है कि नियम प्रेम का होना चाहिए न कि नफ़रत का। मैं मुसलमान हूं मैं अपनी जिंदगी इस देश में बिता रहा हूं। यहां जिन चीजों को बढ़ावा दिया जा रहा है वो देश के लिए ठीक नहीं।