मुसलमानों को स्वीकार नहीं वक्फ बिल!
Waqf Bill: वक्फ संशोधन बिल के लोकसभा और राज्यसभा में पास होने के बाद कई राज्यों में मुस्लिम समाज द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। कई मौलानाओं तथा इमामों द्वारा आपत्तिजनक बयान भी दिए जा रहे हैं। इन सबके बीच अलीगढ़ में एक मुफ़्ती के विवादित टिप्पणी से सोशल मीडिया पर माहौल गर्म हो गया है।
दरअसल अलीगढ़ में मुफ्ती अकबर काजमी ने कहा कि ये बिल मुसलमानों को स्वीकार नहीं है। अगर सरकार ये बिल वापस नहीं लेती है तो फिर देश में 1947 जैसे हालात पैदा होंगे। शुक्रवार को एक नुक्कड़ सभा में बोलते हुए मुफ्ती अकबर काजमी ने यह बयान दिया।
उन्होंने कहा कि ये बिल केंद्र सरकार को वापस लेना ही पड़ेगा। वहीं मुफ़्ती के इस टिप्पणी से हिंदूवादी संगठन के लोग भड़क गए हैं। बजरंग दल और भाजपा खेमे के लोगों ने देहलीगेट तथा रोरावर थाने में मुफ़्ती के खिलाफ तहरीर दी है। साथ ही उसकी गिरफ़्तारी की भी मांग की जा रही।
भारत को काटने और नरसंहार की धमकी..😡 प्रिय @Uppolice ये कट्टरपंथी मुफ़्ती अकबर कासमी है, जो यूपी के अलीगढ़ का निवासी बताया जा रहा है। देखिए कैसे – वक्फ बिल लागू होने पर 1947 की तरह भारत के टुकड़े करने और हिंदुओं के नरसंहार की धमकी दे रहा है…
pic.twitter.com/JEu4WwU09I — Shivam Dixit (@ShivamdixitInd) April 3, 2025
वक्फ (संशोधन) विधेयक वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन, राज्य वक्फ बोर्ड की संरचना और विवाद समाधान में राज्य सरकार की भूमिका को पुनः परिभाषित करता है। इसके अंतर्गत वक्फ विवादों को हल करने के लिए जिला जज और संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी वाले ट्रिब्यूनल का गठन किया जाएगा।
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आपको जानकारी के लिए बताते चलें कि यह विधेयक ऐसे समय में लाया गया है जब बाबरी मस्जिद जैसी ऐतिहासिक वक्फ संपत्ति पर लंबे समय तक विवाद चल चुका है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2019 में इसका निपटारा हुआ था, जिसके बाद राम मंदिर निर्माण शुरू हुआ।