लखनऊ में बीमारी ठीक करने के नाम पर दर्जनों हिंदुओं का धर्मांतरण (कान्सेप्ट फोटो- सोशल मीडिया)
Lucknow Religious Conversion News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में धर्मांतरण के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। यहां ‘चंगाई सभा’ की आड़ में कम पढ़े-लिखे और अनुसूचित जाति के 50 से अधिक हिंदुओं का धर्मांतरण कराने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपी गंभीर बीमारियों को चमत्कार से ठीक करने और आर्थिक मदद का झांसा देकर लोगों को अपने जाल में फंसाता था। पुलिस ने खुफिया जानकारी और पुख्ता सबूतों के आधार पर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिससे इस पूरे गिरोह के पर्दाफाश होने की उम्मीद है।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिणी) निपुण अग्रवाल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि धर्मांतरण की ये गतिविधियां लखनऊ के निगोहां थाना क्षेत्र में चल रही थीं। लंबे समय से मिल रही शिकायतों के बाद एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने सर्विलांस और अन्य माध्यमों से साक्ष्य जुटाए और शनिवार को मुख्य आरोपी मलखान को हुलास खेड़ा मार्ग से गिरफ्तार कर लिया। इस सफल ऑपरेशन के लिए पुलिस टीम को 25 हजार रुपये के इनाम की घोषणा भी की गई है।
पूछताछ में आरोपी मलखान ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने बताया कि करीब 10 साल पहले उसने खुद ईसाई धर्म अपना लिया था और अपना नाम बदलकर मैथ्यू रख लिया था। इसके बाद उसने अपने बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों के नाम भी बदल दिए। आरोपी ने अपने ही खेत में एक कमरा बना लिया, जहां वह महीने में दो बार ‘चंगाई सभा’ का आयोजन करता था। इन सभाओं में वह गठिया, मिर्गी और सांस जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को ठीक करने का झांसा देता और उनका ब्रेनवॉश कर हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ भड़काता था।
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एसीपी रजनीश वर्मा के अनुसार, आरोपी मलखान धर्मांतरण के बाद लोगों की आर्थिक मदद भी करता था। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि उसे इस काम के लिए फंडिंग कहां से मिल रही थी। इस एंगल पर जांच के लिए मलखान और उसके परिवार वालों के सभी बैंक खातों को खंगाला जा रहा है ताकि पैसे के स्रोत का पता लगाया जा सके। आरोपी के घर से दो बाइबिल और ईसाई धर्म की प्रचार-प्रसार सामग्री भी बरामद की गई है। फिलहाल आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है और गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।