(फोटो सोर्स सोशल मीडिया)
लखनऊ/अयोध्या : अयोध्या में आगामी बुधवार को दीपोत्सव के आठवें संस्करण का आयोजन होगा जिसे लेकर यहां के लोगों और विशेषकर संतगणों में खुशी का माहौल है। यह खुशी डबल इसलिए भी हो गई है क्योंकि लम्बे इंतजार के बाद यहां नवनिर्मित भव्य राम मंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला दिवाली समारोह है। इसके साथ ही यूपी सरकार का लक्ष्य इस दिवाली पर सरयू नदी के तट पर 28 लाख दीये जलाकर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाना भी है, जिसे लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। इस मौके पर पूरी दुनिया की निगाहें इस भव्य आयोजन पर रहेंगी।
इस दीपोत्सव को लेकर उत्साहित अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘पहले हमें दुख होता था कि हमारे रामलला टेंट में हैं…लेकिन अब हर कोई खुश है कि पहली बार भगवान राम भव्य नए मंदिर में दीपावली उत्सव में भाग लेंगे।” उन्होंने आगे कहा, ‘‘हमें भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली पर भी इसी तरह की दीपावली मनाने की उम्मीद है।”
बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस दीपोत्सव को लेकर कहा है कि उनका लक्ष्य इस दिवाली पर सरयू नदी के तट पर 28 लाख दीये जलाकर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाना है। इस दौरान पर्यावरण संरक्षण पर विशेष फोकर रहेगा और राम मंदिर को एंवायरमेंट फ्रेंडली खास दियों से रोशन किया जाएगा। इन दियों की खास बात ये होगी कि ये मंदिर की संरचना पर दाग या कालिख नहीं लगने देंगे। साथ ही इनकी लौ लंबे समय तक जलती रहेगी। इस खास मौके पर राम मंदिर परिसर को फूलों से सजाया जाएगा। सजावट कार्य के लिए परिसर को कई सेक्शन में बांटा गया है।
दीपोत्सव को लेकर उत्साहित राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, ‘‘मुझे बहुत खुशी हो रही है क्योंकि इस साल दीपोत्सव अद्वितीय, विलक्षण और अद्भुत होने जा रहा है। लोगों और भगवान राम के भक्तों का उत्साह बढ़ा है।” उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से लोगों का उत्साह देखा जा रहा है, उससे पता चलता है कि इस साल का दीपोत्सव वास्तव में अद्भुत होगा।” इस दौरान हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति साधुवाद प्रकट किया और कहा, ‘‘अगर वह नहीं होते तो दीपोत्सव नहीं होता, राम मंदिर नहीं बन पाता और न ही प्राण प्रतिष्ठा संभव हो पाती।” उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा भी की और कहा ‘‘ उन्होंने अयोध्या के विकास के लिए बड़ा बजट आवंटित किया और यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि प्रत्येक मंदिर और मठ रोशन रहें।”
#WATCH | Preparations are in full swing as 25 lakh diyas will be lit to illuminate ghats along the banks of the Sarayu River during 'Deepotsav' in Ayodhya tomorrow pic.twitter.com/763nhvgdUn
— ANI (@ANI) October 29, 2024
अयोध्या के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी भी इस उत्सव को लेकर उत्साहित दिखे। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि लोगों और श्रद्धालुओं में उत्साह चरम पर है। अयोध्या के अधिकारी और लोग ऐसी व्यवस्था कर रहे हैं, जिससे दीपोत्सव के दिन माहौल त्रेता युग जैसा हो जाए। त्रेता युग में भगवान राम लंका विजय के बाद अयोध्या लौटे थे।” उन्होंने कहा, ‘‘दीपोत्सव एक ऐसा त्योहार है, जो भगवान राम के अयोध्या आगमन का प्रतीक है। एक शानदार परंपरा शुरू हो गई है। इन दिनों लगभग एक लाख लोग भगवान राम के दर्शन करने आते हैं।”
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दीपोत्सव को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि इस खास उत्सव के कारण पूरी दुनिया अयोध्या की ओर आकर्षित हुई है। हर कोई अयोध्या में दीपोत्सव देखना चाहता है।” भगवान राम की भव्य प्राण प्रतिष्ठा के बाद होने जा रहे इस भव्य उत्सव को लेकर स्थानीय लोगों में भी भारी उत्साह हैं। हर कोई यहां दीपोत्सव का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। दीपोत्सव को लेकर यहां के घाट सजे हुए दिख रहे हैं, अयोध्या का माहौल प्रभु राम की भक्ति में डूबा हुआ दिख रहा है। एक स्थानीय निवासी प्रज्वल सिंह के मुताबिक वे इस नगरी का निवासी होने के नाते वास्तव में धन्य और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)