(सौजन्य सोशल मीडिया)
प्रयागराज : हाथरस हादसे को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट में एक पत्र के जरिए जनहित याचिका दायर की गई है। बुधवार को दायर इस याचिका में हाथरस में सत्संग के बाद हुई भगदड़ की घटना की सीबीआई से जांच कराने का अनुरोध किया गया है। यह याचिका इलाहाबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ता गौरव द्विवेदी द्वारा दायर की गई है।
अधिवक्ता गौरव द्विवेदी ने मुख्य न्यायाधीश और अन्य न्यायाधीशों को संबोधित अपनी याचिका में लिखा है कि समाचार पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ कि हाथरस जिले में सत्संग के बाद मची भगदड़ में सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गये। याचिका में कहा गया है कि जिले के अधिकारी इस बड़ी लापरवाही के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं जिसकी वजह से यह भगदड़ मची।
याचिका में कहा गया है कि किसी भी अवांछित स्थिति से निपटने के लिए जिले के अधिकारियों के पास सभी तरह की व्यवस्थाएं होती हैं और राज्य सरकार नई तकनीकियों पर काफी पैसा खर्च कर रही है। याचिका में कोर्ट से इस घटना की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने का अनुरोध किया गया है ताकि घटना की निष्पक्ष छानबीन सुनिश्चित की जा सके। साथ ही याचिका में राज्य सरकार को इस घटना की विशेष जांच टीम से तहकीकात कराने का निर्देश देने की भी मांग की गई है। याचिका में अदालत से राज्य सरकार को पुलिस महानिदेशक, हाथरस के मंडलायुक्त, हाथरस के जिलाधिकारी, हाथरस के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और हाथरस के फुलरई थाना के एसएचओ को निलंबित करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है।
फिलहाल याचिका पर सुनवाई की तारीख भी तय नहीं हुई है। हाथरस जिले के फुलरई गांव में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि ‘भोले बाबा’ के कार्यक्रम में लाखों श्रद्धालु जुटे थे। इस दौरान मची भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई जबकि 31 अन्य घायल हो गये। इस दर्दनाक हादसे में मरने वालों में अधिकांश महिलायें और बच्चे हैं। हादसे की तस्वीरें बेहद ही हृदयविदारक थी। घटना के बाद घटना स्थल के आस-पास लाशों के अम्बार लगे हुये थे और चीख-पुकार मची हुई थी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)