BSP सुप्रीमो मायावती और आकाश आनंद
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि बीएसपी की आल-इण्डिया की बैठक में कल आकाश आनंद को पार्टी हित से अधिक पार्टी से निष्कासित अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में लगातार बने रहने के कारण नेशनल कोआर्डिनेटर सहित सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया था, जिसका उसे पश्चताप करके अपनी परिपक्वता दिखानी थी।
लेकिन इसके विपरीत आकाश ने जो अपनी लंबी-चौड़ी प्रतिक्रिया दी है वह उसके पछतावे व राजनीतिक मैच्युरिटी का नहीं बल्कि उसके ससुर के ही प्रभाव वाला ज्यादातर स्वार्थी, अहंकारी व गैर-मिशनरी है, जिससे बचने की सलाह मैं पार्टी के ऐसे सभी लोगों को देने के साथ दण्डित भी करती रही हूं।
अतः परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेन्ट के हित में तथा मान्यवर कांशीराम जी की अनुशासन की परंपरा को निभाते हुए आकाश आनंद को, उनके ससुर की तरह, पार्टी व मूवमेन्ट के हित, में पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
1. बीएसपी की आल-इण्डिया की बैठक में कल श्री आकाश आनन्द को पार्टी हित से अधिक पार्टी से निष्कासित अपने ससुर श्री अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में लगातार बने रहने के कारण नेशनल कोआर्डिनेटर सहित सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया था, जिसका उसे पश्चताप करके अपनी परिपक्वता दिखानी थी। — Mayawati (@Mayawati) March 3, 2025
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बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती अक्सर अपने फैसलों से लोगों को चौंकाती रही हैं एक बार फिर उन्होंने आकाश आनंद को लेकर जो फैसला किया है, उसको लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। ऐसा माना जा रहा है कि आकाश आनंद को चुनाव के दौरान अपने बड़बोलेपन का खामियाजा भुगतना पड़ा। इतना ही नहीं मायावती ने आकाश आनंद को सारे पदों से हटाने का फैसला इसलिए किया पार्टी दो टुकड़ों में बंटने से बच जाए, क्योंकि जिस तरह से बसपा के भीतर एकबार फिर से नाराजगी के भाव उभरने लगे थे, उससे यह साफ-साफ पता चल रहा है कि अगर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने पार्टी को नहीं संभाला तो पार्टी में एक और टूट हो जाएगी।