नदीम को ले जाती हुई पुलिस (सोर्स- सोशल मीडिया)
Bareilly Violence: उत्तर प्रदेश के बरेली में 26 सितंबर को हुए हंगामे से जुड़े एक अहम घटनाक्रम में, पुलिस ने मौलाना तौकीर के करीबी सहयोगी और IMC के पूर्व जिला अध्यक्ष नदीम खान को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। नदीम खान को पहले ही हंगामे के सिलसिले में जेल भेजा जा चुका था।
अब उनसे जाली दस्तावेज़ बनाने से जुड़े एक मामले में पूछताछ की जा रही है। बरेली में भीड़ को भड़काने और हंगामा शुरू करने के लिए इस्तेमाल किया गया जाली पत्र कथित तौर पर नदीम ने ही तैयार किया था। पुलिस ने यह पत्र नदीम के घर से बरामद किया है।
पुलिस के मुताबिक, फरीदपुर चौधरी के रहने वाले लियाकत के दस्तखत का इस्तेमाल करके एक जाली दस्तावेज़ बनाया गया था। इस दस्तावेज़ पर नफीस खान और नदीम खान के भी दस्तखत थे। जांच में पता चला कि यह दस्तावेज़ हंगामे से ठीक पहले नफीस खान और नदीम खान ने तैयार किया था।
दस्तावेज़ में लिखा था कि मौलाना तौकीर रजा द्वारा भीड़ को कार्रवाई के लिए दिया गया आह्वान वापस लिया जा रहा है, ताकि भ्रम पैदा किया जा सके। इस मामले में लियाकत ने 5 अक्टूबर को कोतवाली पुलिस स्टेशन में नफीस खान और नदीम खान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस का कहना है कि दस्तावेज़ बनाने के मकसद, इसमें शामिल अन्य लोगों और पूरी घटना की कड़ियों को जोड़ने के लिए नदीम से रिमांड के दौरान पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि पूछताछ के आधार पर और भी खुलासे हो सकते हैं, और अगर ज़रूरी हुआ तो अन्य आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
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सितंबर महीने की 26 तारीख को बरेली में जुमे की नमाज के बाद बवाल हो गया था। इस बवाल के नेपथ्य में ‘आई लव मुहम्मद’ और मौलाना तौकीर रजा का बयान था। जिसके बाद पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा और उनके करीबियों पर लगातार एक्शन ले रही है। इसी कड़ी में नदीम के घर पर तलाशी ली थी।