बाराबंकी के औसानेश्वर मंदिर में भगदड़ (सोर्स- सोशल मीडिया)
Barabanki Stampede: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के मनसा देवी मंदिर में भगदड़ की घटना के ठीक अगले दिन सावन के तीसरे सोमवार को उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक बड़ा हादसा हुआ। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। जबकि, 40 से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है।
दरअसल, सावन के सोमवार के मौके पर बड़ी संख्या में लोग दर्शन करने पहुंचे हैं। इसी दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। दरअसल, बिजली का तार टूटकर गिर गया, जिससे टिन शेड में करंट प्रवाहित हो गया। करंट लगने से भगदड़ मच गई।
इस भगदड़ में 2 लोगों की मौत हो गई है, तो वहीं 40 से ज्यादा शिवभक्त घायल हो गए हैं। जिन्हें आनन-फानन में बाराबंकी जिले के त्रिवेदीगंज सीएचसी लाया गया है, जिनमें से 2 श्रद्धालुओं की हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश –
जिला बाराबंकी के औसानेश्वर महादेव मंदिर में रात 2 बजे भगदड़ मच गई। इस हादसे में 2 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है और करीब 29 घायल हैं। कहा जा रहा है कि अचानक करंट फैलने से ये सब हुआ। pic.twitter.com/jdGjo04IKQ
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) July 28, 2025
प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और स्थिति को संभालने की कोशिश कर रहे हैं। डीएम ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बंदरों द्वारा तोड़े गए पुराने बिजली के तार की वजह से टिन शेड में दरार आ गई और श्रद्धालु उसकी चपेट में आ गए। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी के अनुसार, घायलों को इलाज के लिए सीएचसी हैदरगढ़ और त्रिवेदीगंज भेजा गया है।
बीते कल यानी रविवार को हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ में बाराबंकी के एक व्यक्ति की मौत हुई है। जबकि तीन घायल हुए हैं। घटना में मारे गए व्यक्ति की पहचान बाराबंकी के मौलाबाद निवासी वकील प्रसाद वर्मा के रूप में हुई है। वहीं, घायलों में धौरमऊ गांव की दुर्गावती, राधिका और फूलमती शामिल हैं।
यह भी पढ़ें: महाकुंभ से मनसा देवी तक…इस साल 6 बार मची जानलेवा भगदड़, 85 लोगों ने गंवाई जान
बता दें कि पिछले रविवार को हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में करंट लगने की अफवाह के चलते भगदड़ मच गई थी, जिसमें 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। वहीं, कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सावन के मौके पर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी। इसी बीच करंट लगने की अफवाह फैल गई, जिससे बचने के लिए लोग एक-दूसरे पर चढ़ने लगे।