अखिलेश यादव (डिजाइन फोटो)
UP Politics: बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की हार से सीख लेते हुए समाजवादी पार्टी ने SIR को लेकर अपनी स्ट्रैटेजी और सख्त कर दी है। पार्टी ने साफ तौर पर निर्देश दिया है कि किसी भी हालत में उसके सपोर्टर वोटर्स का वोट रिजेक्ट नहीं होना चाहिए। इसके लिए समाजवादी पार्टी के नेता गांव-गांव और घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगे और SIR काउंटिंग फॉर्म भरने में उनकी मदद करेंगे।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज से लोकसभा सांसद अखिलेश यादव ने आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बांटने के क्राइटेरिया भी तय कर दिए हैं। अगर किसी भी विधानसभा सीट पर किसी नेता के वोट लापरवाही की वजह से कटते पाए गए, तो उस नेता को टिकट नहीं दिया जाएगा।
दरअसल, समाजवादी पार्टी को डर है कि SIR काउंटिंग फॉर्म भरते समय थोड़ी सी भी लापरवाही की वजह से उसके सपोर्टर वोटर्स के नाम कट सकते हैं। इस चिंता को दूर करने के लिए, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव रेगुलर तौर पर पार्टी वर्कर्स के साथ मीटिंग कर रहे हैं और उन्हें वोट बचाने के लिए हर ज़रूरी कदम उठाने के साफ निर्देश दे रहे हैं।
SIR काउंटिंग फॉर्म भरने के लिए पार्टी हेडक्वार्टर में केके श्रीवास्तव को एक्सपर्ट बनाया गया है। वह अलग-अलग जिलों के सपा नेताओं को प्रोसेस समझा रहे हैं। वह उन्हें ट्रेनिंग दे रहे हैं कि पार्टी के कोर वोट को बचाने के लिए काउंटिंग पेपर्स को ठीक से कैसे भरें।
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समाजवादी पार्टी लगातार चुनाव अधिकारियों से SIR काउंटिंग पेपर्स भरने में आ रही मुश्किलों की शिकायत कर रही है। इसके साथ ही पार्टी हर जिले से रोजाना फीडबैक ले रही है ताकि यह पक्का हो सके कि इस प्रोसेस में कोई कमी न रहे।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, राज्य के सांसदों, विधायकों और टिकट चाहने वालों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने चुनाव क्षेत्रों में मौजूद रहें, लोगों को SIR काउंटिंग पेपर्स भरने के बारे में बताएं और उन्हें हर मुमकिन मदद दें। टिकट चाहने वाले नेताओं को भी डिटेल्ड रिपोर्ट तैयार करने का आदेश दिया गया है।