आज के समय में बड़े शहरों की हवा में सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। तेजी से बढ़ते प्रदूषण के बीच साफ और स्वस्थ माहौल में घूमना हर किसी का सपना बन गया है। ऐसे में लोग कुछ ऐसे देशों की तरफ रुख करते हैं जहां पर पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दी जाती है। साल 2026 में साफ हवा में घूमना चाहते हैं तो इन देशों के बारे में सोच सकते हैं।
यूरोप का सबसे छोटा सा देश लक्जमबर्ग ने प्रदूषण कंट्रोल करने की ऐसी तकनीक अपनाई है जो बड़े बड़े देशों के पास नहीं है। यहां पर ट्रांसपोर्ट व्यवस्था फ्री है। इसके अलावा यहां की हरियाली और साफ सड़कें एक पल के लिए भी आपको महसूस नहीं होने देंगी लोग कितने व्यस्त हैं।
फिनलैंड दुनिया का सिर्फ सबसे खुशहाल देश नहीं है बल्कि यह सफाई के मामले में भी सबसे आगे है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह देश बहुत ही शानदार डेस्टिनेशन होती है। यहां की हजारों झीलें और घने जंगल हवा को फिल्टर करने का काम करते हैं। इसके अलावा लोगों का मानना है कि साफ हवा ही असली दौलत है।
ब्रिटेन ने पर्यावरण के मामले में खुद को तेजी से बदला है। यूके में कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए बड़े नियम बनाए हैं। अगर आप 2026 में इतिहास और शुद्ध वातावरण की तलाश में जाना चाहते हैं तो यूके विजिट कर सकते हैं। यहां की यात्रा बहुत ही बेहतरीन होगी।
दुनिया के सबसे साफ देशों में माल्टा का नाम आता है। यह देश भले ही छोटा सा है लेकिन कचरा प्रबंधन और साफ सफाई में बड़े-बड़े देशों को पीछे छोड़ रखा है। यहां के समुद्र तट और गलियां इतनी साफ हैं कि आपको यहां से वापस जाने का मन नहीं होगा।
दुनिया के सबसे साफ देशों में पहले नंबर पर डेनमार्क आता है। इसका ईपीआई स्कोर 77.9 है जो इसे दुनिया का क्लीनिंग चैंपियन बनाता है। यहां की सरकार और लोग ग्रीन लिविंग को धर्म मानते हैं। यहां पर गाड़ियो से ज्यादा साइकल नजर आएंगी। यहां की हवा इतनी शुद्ध है कि लोग भी कम बीमार होते हैं।
पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक की ताजा रैंकिंग में इन देशों के नाम सबसे पहले हैं। जो अपना सफाई और हरियाली से पूरी दुनिया में मिसाल हैं। अपनी सेहत और सुकून का ख्याल रखना चाहते हैं तो नए साल पर इन जगहों को घूमने का आइडिया बेहतरीन रहेगा।