रात में यात्रा (सौ. फ्रीपिक)
What Is Noctourism: साल 2025 में भारतीय यात्रियों की प्राथमिकताएं काफी तेजी से बदल रही हैं। अब ट्रैवल सिर्फ डेस्टिनेशन पर फोटो खिंचवाने तक सीमित नहीं है बल्कि लोग गहरे और शांत अनुभवों की तलाश में लगे रहते हैं। इसी कड़ी में एक नया शब्द चर्चा में है जो नॉक्टूरिज्म है। यह शब्द नाइट और टूरिज्म को मिलकर बनाया गया है। जिसका अर्थ रात के समय यात्रा और गतिविधियों पर केंद्रित है।
78% भारतीयों की पसंद बना नॉक्टूरिज्म बुकिंग डॉट कॉम के एक हालिया शोध में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार लगभग 78% भारतीय यात्री 2025 में रात के अनुभवों जैसे एस्ट्रो-टूरिज्म (तारे देखना), नाइट सफारी और चांदनी रात में समुद्र तटों की सैर में गहरी रुचि दिखा रहे हैं। इसका मुख्य कारण दिन के व्यस्त कार्यक्रमों से दूर शांति और कुछ नया खोजने की चाहत है।
दिन के मुकाबले रात में पर्यटन स्थलों पर भीड़ कम होती है जिससे यात्रियों को अधिक व्यक्तिगत और शांतिपूर्ण अनुभव मिलता है।
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लद्दाख और स्पीति जैसे क्षेत्रों में लोग रात के साफ आसमान के नीचे तारों को निहारने के लिए पहुंच रहे हैं।
वन्यजीव प्रेमियों के लिए रात में जानवरों की गतिविधियों को देखना एक अलग ही रोमांच पैदा करता है। प्रकृति की खूबसूरती को करीब से देखने का अनुभव लोग ज्यादा पसंद करते हैं।
जलवायु परिवर्तन के कारण दिन का तापमान बढ़ रहा है ऐसे में रात का ठंडा मौसम यात्रा के लिए अधिक सुखद होता है। हालांकि सर्दियों में भी लोग रात के समय बाहर जाना पसंद करते हैं।
मानसिक शांति और सुकून की तलाश में आजकल लोग इस ट्रेंड की तरफ तेजी से बढ़ रही हैं। जहां पर पर्यावरण के प्रति जागरूक होकर लोग यात्रा पर जाने लगे हैं। दोस्तों के साथ मौज मस्ती करने के लिए इस तरह ट्रिप बहुत ही मजेदार होती है। आज के बदलते दौर में जैन जी और मिलेनियल्स इस बदलाव का बड़ा हिस्सा हैं। जहां पारंपरिक पर्यटन की जगह ऐसे अनुभवों को तवज्जो दी जा रही है जो सोशल मीडिया पर अच्छे दिखने के अलावा रूह को भी सुकून दें।