बेडी हनुमान मंदिर (सौ. सोशल मीडिया)
Bedi Hanuman Temple: भारत अपने आध्यात्मिक और ऐतिहासिक गुणों के लिए जाना जाता है। यहां पर कई पौराणिक मंदिर हैं जिनके दर्शन करने के लिए लाखों लोगों की भीड़ लगती है। ये मंदिर अपने आप में कई खासियत रखते हैं। ऐसा ही एक मंदिर है जहां पर हनुमान जी को जंजीरों में बांधकर रखा गया है। आइए, जानते हैं हनुमान मंदिर के पीछे की दिलचस्प कहानी के बारे में।
देश में कई प्राचीन हनुमान मंदिर है जिस पर लाखों लोगों की आस्था टिकी है। आज हम जिस मंदिर के बारे में बात करने जा रहे हैं वह ओडिशा के पुरी में स्थित है। इस अनोखे मंदिर का नाम बेडी हनुमान मंदिर है। यहां पर बजरंगबली की मूर्ति हमेशा जंजीरों से बंधी रहती है। बता दें कि बेदी हनुमान मंदिर में बेडी का शाब्दिक अर्थ जंजीर है जो संयम का प्रतीक है।
भगवान हनुमान को जंजीरों में बांधने को लेकर एक प्रसिद्ध कहानी है। कहा जाता है कि एक समय जब भगवान हनुमान समुद्र की प्रचंड लहरों से पुरी के द्वार की रक्षा कर रहे थे। तब अचानक से उनके मन में अयोध्या जाकर भगवान राम के दर्शन करने की इच्छा हुई। भगवान हनुमान जी बिना देर किए तुरंत अयोध्या के लिए निकल गए। उस रात विशाल लहरें मंदिर से टकराईं और आसपास स्थानीय लोगों को परेशान करने लगीं।
भगवान जगन्नाथ से जब पूछा गया कि भगवान हनुमान कहां हैं, तो उन्हें अयोध्या की अचानक यात्रा के बारे में बताया गया। इस बात को सुनकर भगवान गुस्सा हो गए और फिर हनुमान जी को तुरंत वापस बुलाने का आदेश दिया। इसके बाद भगवान जगन्नाथ ने हनुमान जी को जंजीरों से बांधा ताकि वह अपनी जगह न छोड़ें और पूरे शहर की अच्छे से रक्षा करें।
यह भी पढ़ें:- दक्षिण भारत एक साथ करना चाहते हैं एक्सप्लोर, IRCTC का यह टूर पैकेज रहेगा बेस्ट
भगवान हनुमान के इस मंदिर को दरिया महावीर के नाम से भी पुकारा जाता है। जिसमें दरिया का मतलब समुद्र होता है और यह नाम जगन्नाथ मंदिर को समुद्री लहरों से बचाने में भगवान हनुमान की भूमिका से उत्पन्न हुआ है।
अगर आप भगवान हनुमान के इस अनोखे मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं, तो पुरी के सबसे नजदीकी हवाई अड्डा बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। भुवनेश्वर से आप पुरी बस भी ले सकते हैं। अगर आप पुरी रेलवे स्टेशन आते हैं, तो यहां से बेदी हनुमान मंदिर की दूरी करीब 1.3 किमी है। यहां से मंदिर जाने के लिए आप टेक्सी, ऑटो रिक्शा आदि ले सकते हैं।