रवींद्रनाथ टैगोर के जीवन की कहानी सुनाते हैं ये संग्रहालय, इतिहास प्रेमियों के लिए बेहतरीन ठिकाना
Rabindranath Tagore Museum: भारतीय संस्कृति, साहित्य और कला के क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर आज भी करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा हैं। उन्हें सिर्फ बांग्ला ही नहीं बल्कि अंग्रेजी और संस्कृत सहित कई भाषाओं का ज्ञान था। उनसे जुड़ी यादें, चित्रकला, लेखन और विचारों को देशभर के कई संग्रहालय में संजोकर रखा गया है। यहां पर आपको टैगोर के जीवन से जुड़ी रचनात्मक चीजों को करीब से देखने को मौका मिलेगा। इतिहास और संस्कृति में रुचि रखने वाले लोगों के लिए यह जगह बहुत ही बेहतरीन रहेगी।
रवींद्रनाथ टैगोर ने शिक्षा और सामाजिक कार्यों के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी याद में भारत में कई म्यूजियम बनाए गए हैं जहां पर उनके योगदान की झलक देखने को मिलती है। आज हम आपको टैगोर को समर्पित कुछ म्यूजियम के बारे में बताने जा रहे हैं।
टैगोर हाउस म्यूजियम को जोरासांको ठाकुर बाड़ी के नाम से भी जाना जाता है। रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक घर को म्यूजियम बनाया गया है। यहां पर कई लोग घूमने के लिए आते हैं। इसका निर्माण साल 1785 में हुआ था। इसमें तीन गैलेरी है जहां उनके परिवार के सदस्यों की तस्वीरें भी हैं। जिससे आप उनके जीवन की यात्रा को देख सकते हैं।
यह म्यूजियम दिल्ली में स्थित है जो रवींद्र भवन परिसर का हिस्सा है। यह जगह टैगोर की साहित्यिक और कलात्मक विरासत को संजोने और बढ़ावा देने का काम करती है। यहां आपको उनके जीवन से जुड़े कार्यों, साहित्य, जीवन, संस्कृति में योगदान पर प्रदर्शनी देखने को मिलेगी।
रवींद्र भवन पश्चिम बंगाल में स्थित है जहां पर उनकी कलाकृतियां, लेख और पर्सनल चीजें रखी गई हैं। जो उनके जीवन और कार्यों को प्रदर्शित करता है। इसके अलावा कोलकाता में स्थित रवींद्र टैगोर मेमोरियल हॉल विजिट कर सकते हैं। यहां पर इतिहास प्रेमियों के लिए बहुत कुछ मिलेगा।
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कोलकाता में स्थित रवींद्र भारती म्यूजियम टैगोर के जीवन को समर्पित है। यहां पर उनकी पर्सनल चीजें रखी गई हैं। उनकी पेंटिंग और मैन्युस्क्रिप्ट का कलेक्शन भी देखा जा सकता है। यह जगह उनके कार्यों और विचारों को बढ़ावा देती है।