चौरासी मंदिर (सौ. सोशल मीडिया)
चंबा: हिंदू धर्म में मंदिर का विशेष महत्व होता है। अक्सर लोग भगवान का आर्शीवाद लेने के लिए मंदिर जाते हैं। भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जहां पर दर्शन करने से श्रद्धालुओं के सभी कष्ट दूर हो सकते हैं। लेकिन भारत में एक ऐसा मंदिर भी है जहां पर जाने से लोग डरते हैं। यह मंदिर हिमाचल प्रदेश जैसे खूबसूरत जगह पर है। यहां पर मौजूद मंदिर में लोग अंदर जाने से कतराते हैं। इस वजह से बाहर से ही हाथ जोड़कर चले जाते हैं।
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के भरमौर में स्थित इस मंदिर से जुड़ी कई मान्यताएं है। इस मंदिर का नाम चौरासी मंदिर है। इस मंदिर में यमराज की पूजा की जाती है। यह दिखने में बहुत ही छोटा है और घर की तरह ही दिखता है। हालांकि इस मंदिर को किसने बनवाया इस बात की स्पष्ट जानकारी नहीं है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि लोग बाहर से ही यम देवता के हाथ जोड़कर आ जाते हैं। इस मंदिर में एक खाली कमरा है जिसमें यम देवता विराजमान हैं। वहीं इस मंदिर में मौजूद एक कमरा है जहां पर चित्रगुप्त का कक्ष है।
मान्यताओं के अनुसार हिमाचल प्रदेश के इस प्राचीन मंदिर में यमराज का दरबार लगता है। कहा जाता है कि यहां यम के दूत आत्माओं को यमराज के सामने पेश करते हैं। जिसके बाद चित्रगुप्त उन आत्माओं के कर्मों का हिसाब करता है। उनके कर्मों के हिसाब से यमराज फैसला सुनाते हैं कि कौन सी आत्मा स्वर्ग जाएगी और किस आत्मा को नरक में जगह मिलेगी। इसके बाद आत्माओं को स्वर्ग या नरक के लिए भेजा जाता है।
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माना जाता है कि यमराज के मंदिर में चार दरवाजे हैं जो किसी को दिखाई नहीं देते हैं। यह सोने, चांदी, तांबे और लोहे के बने हुए हैं। मान्यताओं के अनुसार इन दरवाजों से होकर आत्मा स्वर्ग या नरक में प्रवेश करती है। कहा जाता है कि जिन लोगों के कर्म अच्छे होते हैं उनकी आत्माएं सोने के दरवाजे से स्वर्ग जाती है और वहीं जिन लोगों ने बुरे कर्म किए होते हैं उनकी आत्मा लोगे के दरवाजे से नरक जाती है।