
बर्फीली जगह (सौ. फ्रीपिक)
India Coldest Village: पहाड़ों पर बर्फबारी शुरु होते ही मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ने लगती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसी जगह भी है जिसे गेटवे टू लद्दाख कहा जाता है। वहां की ठंड दुनिया के सबसे ठंडे रिहायशी इलाकों में गिनी जाती है।
सर्दियों में जब पूरा देश कोहरे से लड़ रहा होता है तब लद्दाख के कारगिल जिले में स्थित द्रास एक सफेद रेगिस्तान में बदल जाता है। यहां की ठंड का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि अगर आपने गीले कपड़े बाहर सुखाने डाल दिए तो वह सूखने की जगह पत्थर की तरह सख्त बर्फ बन जाएंगे।
द्रास को साइबेरिया के बाद दुनिया का दूसरा सबसे ठंडा बसा हुआ स्थान माना जाता है। सामान्य सर्दियों में यहां का तापमान -20 डिग्री से -25 डिग्री तक पहुंच जाता है। लेकिन रिकॉर्ड के अनुसार साल 19995 में यहां का तापमान -60 डिग्री तक पहुंच गया था। इतनी ठंड में इंसान की दाढ़ी और बालों पर भी बर्फ की परत जम जाती है।
हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बावजूद एडवेंचर के शौकीन लोग द्रास जाना पसंद करते हैं। यहां की खूबसूरती और शांति का कोई मुकाबला नहीं है। द्रास में आप कई प्रमुख जगहों का दीदार कर सकते हैं। द्रास वॉर मेमोरियल जो 1999 में कारगिल युद्ध के नायकों की याद में बनाया गया था। जोजिला पास घूमने की बेहतरीन जगह है जहां रोमांचक मोड़ और बर्फीली पहाड़ियों का संगम होता है। इसके अलावा मुश्को घाटी अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वादियों के लिए जाना जाता है।
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अगर आप इस बर्फीले नर्क में आना चाहते हैं तो आपको श्रीनगर या लेह तक फ्लाइट लेनी होगी। वहां से टैक्सी के जरिए आप सड़क मार्ग से द्रास पहुंच सकते हैं। यहां पर सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन जम्मू तवी है जो करीब 386 किमी दूर है।
द्रास में यात्रियों के लिए ठहरने के लिए गेस्ट हाउस भी बनाए गए हैं। कई पर्यटक कारगिल में रुकना पसंद करते हैं। वहां से एक दिन के ट्रिप पर द्रास घूमने आते हैं। गर्मी के मौसम में भी यहां का अधिकतम तापमान 25 डिग्री रहता है। जिसकी वजह से गर्मियों में लोग यहां आना ज्यादा पसंद करते हैं।






