Vivo Vision से vivo देगा Apple को टक्कर। (सौ. X)
नवभारत टेक डेस्क: चीनी स्मार्टफोन निर्माता Vivo ने अपने पहले मिक्स्ड रियलिटी हेडसेट Vivo Vision का अनावरण किया है। फिलहाल, यह एक प्रोटोटाइप है जिसे कंपनी ने Boao Forum में प्रदर्शित किया। डिजाइन की बात करें तो इसका लुक काफी हद तक Apple Vision Pro से मिलता-जुलता है। हालांकि, कंपनी ने अभी तक इसके फीचर्स और स्पेसिफिकेशंस को लेकर अधिक जानकारी साझा नहीं की है।
Vivo Vision मिक्स्ड रियलिटी (MR) हेडसेट गूगल स्टाइल डिजाइन के साथ आता है। इसके फ्रंट में ब्लैक ग्लास दिया गया है, जबकि इसका हेडबैंड या स्ट्रैप ब्लू कलर का है। इस हेडसेट में कैमरा सेंसर मौजूद है, जिसका उपयोग मोशन ट्रैकिंग और हैंड गेस्चर कंट्रोल के लिए किया जा सकता है।
Vivo Vision में एक अलग से बैटरी पैक दिया जाएगा, जिसे संभवतः Type-C पोर्ट से कनेक्ट किया जा सकेगा। उपयोगकर्ताओं को इस बैटरी पैक को साथ में कैरी करना होगा, जैसा कि Apple Vision Pro में भी देखा गया था।
कंपनी ने इस इवेंट में केवल डिवाइस का अनावरण किया है, लेकिन इसकी लॉन्चिंग और उपलब्धता को लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं दी गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Vivo Vision हेडसेट मिड-2025 तक बाजार में आ सकता है।
Vivo ने अपने नए रोबोटिक लैब की भी घोषणा की है। इस लैब में कंपनी रोबोट्स के लिए “ब्रेन” और “आंखें” विकसित करने पर काम करेगी। इसका उद्देश्य रोबोटिक्स क्षेत्र में नई तकनीकों को विकसित करना है।
अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि Vivo Vision हेडसेट ग्लोबल मार्केट में उपलब्ध होगा या नहीं। Apple ने भी अपने Vision Pro को सीमित बाजारों में ही लॉन्च किया है, और इसे लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली है। ऐसे में, Vivo भी अपनी रणनीति को लेकर सतर्कता बरत सकता है।
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Vivo Vision हेडसेट मिक्स्ड रियलिटी टेक्नोलॉजी में कंपनी का पहला बड़ा कदम है। इसका उन्नत डिजाइन, मोशन ट्रैकिंग फीचर्स और अलग बैटरी पैक इसे खास बनाते हैं। अब देखना होगा कि यह डिवाइस बाजार में कब तक आता है और उपयोगकर्ताओं को कितना पसंद आता है।