WhatsApp New Year Scam (Source. Freepik)
WhatsApp New Year Scam: अब कुछ ही दिनों में लोग 2025 को अलविदा कहकर नए साल 2026 का स्वागत करेंगे। जहां एक ओर नए साल की खुशियां दस्तक दे रही हैं, वहीं दूसरी ओर साइबर ठग इस मौके को लोगों को ठगने के लिए भुना रहे हैं। WhatsApp पर इन दिनों न्यू ईयर ग्रीटिंग कार्ड के नाम पर खतरनाक स्कैम मैसेज तेजी से वायरल हो रहे हैं। इसे लेकर साइबर सेल और पुलिस विभाग ने गंभीर चेतावनी जारी की है।
कई यूजर्स को अज्ञात नंबरों से ऐसे मैसेज मिल रहे हैं, जिनमें न्यू ईयर कार्ड भेजने का ऐप या लिंक दिया गया है। यह कोई सामान्य बधाई संदेश नहीं, बल्कि मैलवेयर से भरी APK फाइल होती है। अगर किसी ने गलती से इस फाइल को डाउनलोड या ओपन कर लिया, तो फोन कुछ ही मिनटों में हैक हो सकता है और बैंक अकाउंट से पैसे उड़ सकते हैं।
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिला पुलिस ने हाल ही में इस फेक न्यू ईयर ग्रीटिंग ऐप को लेकर अलर्ट जारी किया है। पुलिस के अनुसार, स्कैमर्स लोगों को यह मैसेज भेज रहे हैं “अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को स्पेशल न्यू ईयर कार्ड भेजें” इसके साथ एक लिंक या APK फाइल अटैच होती है। जैसे ही यूजर इस पर क्लिक करता है, मैलवेयर फोन में इंस्टॉल हो जाता है और ठगों को डिवाइस का पूरा एक्सेस मिल जाता है।
साइबर क्राइम एक्सपर्ट्स के मुताबिक, APK फाइल एंड्रॉयड ऐप का फॉर्मेट होती है। थर्ड पार्टी सोर्स से आई ऐसी फाइल्स में खतरनाक मैलवेयर छिपा होता है। एक बार इंस्टॉल होने के बाद यह आपके SMS पढ़ सकता है, OTP चुरा सकता है, बैंकिंग ऐप्स कंट्रोल कर सकता है और कॉन्टैक्ट लिस्ट में मौजूद लोगों को वही फेक मैसेज आगे भेज देता है। कई मामलों में तो बैंक अकाउंट मिनटों में खाली हो गए हैं।
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यह स्कैम पूरी तरह नया नहीं है। इससे पहले ट्रैफिक चालान, वेडिंग इनवाइट और बैंक अलर्ट के नाम पर भी ऐसे ही फेक APK भेजे जा चुके हैं। साल 2025 में भी ऐसे कई मामले सामने आए, जिनमें सिर्फ एक फाइल डाउनलोड करने से लोगों को भारी नुकसान हुआ।
साइबर पुलिस की सलाह है कि किसी भी अज्ञात नंबर से आए मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक न करें और न ही कोई फाइल डाउनलोड करें। ऐप्स केवल Google Play Store से ही इंस्टॉल करें। व्हाट्सएप पर टू-स्टेप वेरिफिकेशन जरूर ऑन रखें। अगर गलती से APK इंस्टॉल हो जाए, तो तुरंत फोन को फैक्ट्री रीसेट करें, बैंक को सूचित करें और साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।