UPI Payment को बार बार क्यों रही है परेशानी। (सौ. Freepik)
नवभारत टेक डेस्क: भारत में डिजिटल पेमेंट का पर्याय बन चुकी UPI सेवा इन दिनों सुर्खियों में है। 12 अप्रैल को Paytm, GPay और PhonePe जैसे बड़े ऐप्स से पेमेंट फेल होने लगे, जिससे यूजर्स हैरान रह गए। सवाल उठता है कि जब देश में हर घंटे ढाई करोड़ से अधिक UPI ट्रांजैक्शन हो रहे हैं, तो यह सेवा बार-बार डाउन क्यों हो रही है?
NPCI के अनुसार तकनीकी समस्याएं मुख्य वजह हैं। परंतु कुछ अन्य कारण भी सामने आए हैं:
हां, जब तक NPCI और RBI की तरफ से सिस्टम को और सशक्त नहीं किया जाता, ऐसी रुकावटें आ सकती हैं। हालांकि, UPI लाइट और इंटरनेशनल फीचर्स पर काम जारी है, जिससे ऐसी समस्याएं भविष्य में कम होंगी।
अगर आपका ट्रांजैक्शन पेंडिंग है, तो पैसा या तो रिसीवर के खाते में जाएगा या आपके खाते में वापस आ जाएगा। अधिकतम 72 घंटे लग सकते हैं। डबल पेमेंट से बचने के लिए ट्रांजैक्शन क्लियर होने तक इंतजार करें।
टेक्नोलॉजी की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें
बिलकुल। UPI सर्विस डाउन होने से आपके बैंक अकाउंट की सिक्योरिटी पर कोई असर नहीं पड़ता। बिना UPI पिन के ट्रांजैक्शन संभव नहीं।
UPI के ज़रिए बस एक QR कोड या मोबाइल नंबर से तुरंत पैसे भेजे जा सकते हैं। NPCI इस पूरे सिस्टम को मैनेज करता है, जो एक बैंक से दूसरे बैंक में ट्रांजैक्शन को सुरक्षित और रियल-टाइम में पूरा करता है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युल मैक्रों ने खुद जयपुर में PM मोदी के साथ UPI से चाय का पेमेंट किया। भूटान, UAE, कतर और फ्रांस जैसे देश पहले ही UPI को अपना चुके हैं। जापान और ब्रिटेन भी रुचि दिखा चुके हैं।