UPI Rules को बदल दिया गया है। (सौ. Pixabay)
UPI 2025 Update: डिजिटल पेमेंट्स की दुनिया में बड़ा बदलाव आज से लागू हो गया है। यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के तहत 1 अक्टूबर 2025 से P2P (Person-to-Person) Collect ट्रांजैक्शन सुविधा बंद कर दी गई है। इस फैसले की जानकारी भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने पहले ही एक सर्कुलर के जरिए दे दी थी।
NPCI के मुताबिक, अब किसी भी UPI ऐप या बैंकिंग ऐप पर P2P Collect Request को न तो शुरू किया जा सकेगा, न ही रूट या प्रोसेस। यानी यूजर्स अब किसी से पैसे मांगने के लिए “Request Money” ऑप्शन का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
NPCI ने सभी बैंकों, पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स और UPI ऐप्स को इस बदलाव के बारे में स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। सभी को अपने सिस्टम और प्रोसेस को अपडेट करने को कहा गया है, ताकि 1 अक्टूबर 2025 के बाद यह फीचर पूरी तरह से बंद हो जाए।
इस नए नियम के बाद अब कोई भी यूजर किसी दूसरे को Collect Request/Request Money भेजकर रुपये नहीं मांग सकेगा। अब तक साइबर ठग इसी फीचर का दुरुपयोग कर भोले-भाले लोगों को फंसाते थे।
साइबर अपराधी यूजर्स को कलेक्ट रिक्वेस्ट भेजकर उन्हें एप्रूव करने के लिए मजबूर कर देते थे। जैसे ही व्यक्ति रिक्वेस्ट को मंजूरी देता, उसके बैंक खाते से पैसे कट जाते। इस तरीके से हजारों लोग ठगी का शिकार हो चुके हैं। अब यह फीचर हटने से ऐसे मामलों पर लगाम लगने की उम्मीद है।
UPI (Unified Payments Interface) एक रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम है, जिसे NPCI ने डेवलप किया है। इसके जरिए यूजर QR कोड, मोबाइल नंबर या UPI आईडी डालकर तुरंत पैसे भेज और प्राप्त कर सकते हैं। यह भारत में सबसे लोकप्रिय डिजिटल पेमेंट सिस्टम बन चुका है।
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UPI पर P2P Collect Request सर्विस का बंद होना यूजर्स के लिए सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। इससे जहां डिजिटल ट्रांजैक्शन और सुरक्षित होंगे, वहीं साइबर ठगी की घटनाओं पर भी रोक लग सकेगी।