
A girl is standing in the middle of the road. (So. Freepik)
Delhi Lifestyle Change with Portable Air Purifier: दिल्ली समेत देश के कई बड़े शहरों में बढ़ता वायु प्रदूषण अब केवल पर्यावरण का मुद्दा नहीं रहा, बल्कि यह सीधे लोगों की सेहत से जुड़ी गंभीर समस्या बन चुका है। लगातार खराब AQI के कारण सांस लेने में तकलीफ, एलर्जी, आंखों में जलन और अस्थमा जैसी परेशानियां तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे हालात में पोर्टेबल एयर प्यूरीफायर तेजी से चर्चा में आए हैं, जो व्यक्तिगत स्तर पर साफ हवा देने का दावा करते हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या ये डिवाइस वास्तव में प्रभावी हैं या सिर्फ एक तकनीकी ट्रेंड भर हैं।
पोर्टेबल एयर प्यूरीफायर एक छोटा, हल्का और आसानी से कैरी किया जा सकने वाला डिवाइस होता है। इसे इस तरह डिजाइन किया जाता है कि व्यक्ति इसे कहीं भी इस्तेमाल कर सके। बाजार में कुछ मॉडल नेक-बैंड की तरह पहने जाते हैं, जबकि कुछ को टेबल, ऑफिस डेस्क या कार में रखने के लिए बनाया गया है। इनमें आमतौर पर HEPA फिल्टर या एक्टिव कार्बन फिल्टर का उपयोग किया जाता है, जो हवा में मौजूद धूल, PM2.5 कण, धुआं और एलर्जन्स को कम करने में मदद करते हैं। इनका उद्देश्य पूरे कमरे की हवा साफ करना नहीं, बल्कि व्यक्ति के आसपास की सीमित हवा को फिल्टर करना होता है।
दिल्ली में खासतौर पर सर्दियों के मौसम में AQI अक्सर ‘बहुत खराब’ या ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच जाता है। ऐसे में पोर्टेबल एयर प्यूरीफायर सीमित स्तर तक ही राहत दे पाते हैं। खुले वातावरण में ये प्रदूषण को पूरी तरह रोकने में सक्षम नहीं होते, लेकिन व्यक्ति के आसपास मौजूद हवा में हानिकारक कणों की मात्रा कुछ हद तक घटा सकते हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि इन्हें मास्क या इनडोर एयर प्यूरीफायर का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए, बल्कि ये केवल एक सपोर्टिव समाधान हैं।
पोर्टेबल एयर प्यूरीफायर उन लोगों के लिए अपेक्षाकृत ज्यादा उपयोगी हो सकते हैं, जिन्हें अस्थमा, एलर्जी या सांस संबंधी पुरानी समस्याएं हैं। इसके अलावा रोजाना लंबा सफर करने वाले, बाइक या स्कूटर से यात्रा करने वाले और खुले वातावरण में ज्यादा समय बिताने वाले लोग भी इनका इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, बच्चों और बुजुर्गों के लिए बेहतर सुरक्षा के लिहाज से इनडोर एयर प्यूरीफायर और प्रमाणित मास्क को ही प्राथमिकता देने की सलाह दी जाती है।
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भारत में पोर्टेबल एयर प्यूरीफायर की कीमत आमतौर पर 3,000 रुपये से 10,000 रुपये के बीच होती है। कुछ प्रीमियम ब्रांड्स के मॉडल इससे महंगे भी मिलते हैं, जबकि कम बजट वाले विकल्प भी बाजार में मौजूद हैं। खरीदारी से पहले फिल्टर की गुणवत्ता, बैटरी बैकअप, रिप्लेसमेंट फिल्टर की लागत और मेंटेनेंस पर जरूर ध्यान देना चाहिए। साथ ही यह समझना जरूरी है कि यह डिवाइस प्रदूषण से बचाव का पूर्ण समाधान नहीं, बल्कि एक अतिरिक्त सुरक्षा उपाय मात्र है।






