Meta AI का खास फीचर। (सौ. X)
नवभारत टेक डेस्क: Meta (मेटा) अब अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेवाओं को नए स्तर पर ले जाने की तैयारी कर रहा है। कंपनी अपने AI चैटबॉट Meta AI को एक अलग स्टैंडअलोन एप के रूप में लॉन्च करने की योजना बना रही है। फिलहाल, यह सेवा फेसबुक, इंस्टाग्राम, मैसेंजर और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है, लेकिन जल्द ही इसे एक स्वतंत्र एप के रूप में पेश किया जा सकता है।
CNBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Meta AI का स्टैंडअलोन एप 2025 की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) के बीच लॉन्च हो सकता है। मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग का लक्ष्य है कि 2025 के अंत तक कंपनी को AI क्षेत्र में अग्रणी बनाया जाए।
मेटा अब अपने AI चैटबॉट को OpenAI के ChatGPT और Google Gemini जैसे स्वतंत्र AI एप्स के मुकाबले एक अलग पहचान देने की कोशिश कर रहा है। कंपनी अपने AI असिस्टेंट को अधिक स्मार्ट, तेज़ और उपयोगकर्ताओं के लिए पर्सनलाइज्ड बनाने पर ध्यान दे रही है।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि मेटा एक पेड सब्सक्रिप्शन मॉडल पर भी काम कर रहा है। इसका मतलब यह है कि Meta AI का एक प्रीमियम वर्जन भी आ सकता है, जिसमें अतिरिक्त फीचर्स दिए जाएंगे। इस मॉडल के तहत, यूजर्स को उन्नत AI सेवाएं मिलेंगी, जैसा कि OpenAI, Microsoft और Google पहले से ही कर रहे हैं।
मेटा की मुख्य वित्तीय अधिकारी सुसान ली ने पहले ही संकेत दिया था कि कंपनी AI असिस्टेंट को एक “शानदार उपभोक्ता अनुभव” के रूप में विकसित करना चाहती है। साथ ही, इससे कमाई के नए अवसर भी पैदा होंगे, जैसे कि पेड रिकमेंडेशन फीचर।
जनवरी 2025 में चौथी तिमाही की आय रिपोर्ट के दौरान, मार्क जुकरबर्ग ने कहा था, “Meta AI को अत्यधिक बुद्धिमान और पर्सनलाइज्ड AI असिस्टेंट के रूप में विकसित किया जाएगा, जो एक अरब से अधिक लोगों तक पहुंचेगा।”
टेक्नोलॉजी की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें
मेटा का यह कदम AI क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति ला सकता है। अगर कंपनी अपनी योजना के अनुसार इस स्टैंडअलोन एप को लॉन्च करती है, तो यह ChatGPT और Google Gemini जैसी सेवाओं को कड़ी टक्कर दे सकता है।