Fast Charging अपने लिए हो सकती है नुकसानदायक। (सौ. Freepik)
नवभारत टेक डेस्क: आज के डिजिटल दौर में हर कोई स्मार्टफोन खरीदने से पहले एक सवाल जरूर पूछता है – फोन कितनी जल्दी चार्ज होगा? फास्ट चार्जिंग तकनीक ने इस समस्या का समाधान तो कर दिया है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस सुपरफास्ट चार्जिंग के पीछे के नुकसान क्या हो सकते हैं?
आजकल के लेटेस्ट स्मार्टफोन्स में फास्ट चार्जिंग एक जरूरी फीचर बन चुका है। इसकी वजह से अब फोन को घंटों चार्जिंग पर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती। कुछ ही मिनटों में बैटरी 50% से 100% तक चार्ज हो जाती है। यह फीचर खासतौर पर उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी है, जिनका ज्यादातर समय यात्रा या बिजी शेड्यूल में गुजरता है।
कोई भी तकनीक सिर्फ फायदों तक सीमित नहीं होती, हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। आइए जानते हैं कि फास्ट चार्जिंग से फोन और बैटरी पर क्या असर पड़ता है:
समय की बचत
इमरजेंसी में मददगार
लोकल चार्जर और केबल से बचें
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जरूरत से ज्यादा चार्जिंग से बचें
फास्ट चार्जिंग भले ही तेजी से फोन चार्ज करने का बढ़िया विकल्प है, लेकिन इसके लॉन्ग-टर्म प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। बैटरी की सेहत बनाए रखने के लिए संतुलित चार्जिंग पैटर्न अपनाना जरूरी है।