ChatGPT से कॉलेज एटमिशन के सवाल। (सौ. AI)
AI Experiment: नई तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में लोग अलग-अलग प्रयोग कर रहे हैं। हाल ही में एक यूज़र ने ChatGPT के साथ एक दिलचस्प प्रयोग किया। उन्होंने यह जानने की कोशिश की कि क्या यह AI टूल लॉ स्कूल एडमिशन के नतीजों की सटीक भविष्यवाणी कर सकता है। यह आइडिया उन्हें उसी तरह आया जैसे कई लोग निवेश से जुड़े फोरम पर GPT का इस्तेमाल शेयर बाज़ार की कीमतों की दिशा अनुमानित करने के लिए कर रहे थे।
यूज़र का कहना था, “मैंने हाल ही में ChatGPT के साथ एक छोटा-सा प्रयोग किया है। मुझे यह जानने की जिज्ञासा थी कि यह कितना प्रभावी है और इसके साथ ही सामान्य रूप से LLMs लॉ स्कूल एडमिशन के नतीजों की भविष्यवाणी करने में कितने सक्षम हो सकते हैं।” हालांकि उन्होंने यह भी माना कि इस प्रयोग की व्यावहारिक उपयोगिता सीमित है क्योंकि न तो GPT एडमिशन ऑफिसर है और न ही उसके पास किसी भी उम्मीदवार की पूरी आवेदन जानकारी उपलब्ध होती है।
यूज़र ने GPT को लॉ स्कूल एडमिशन ऑफिसर की भूमिका निभाने के लिए कहा। इसके साथ ही उन्होंने अतिरिक्त संदर्भ भी जोड़ा जैसे, इस साल आवेदन में 30% की बढ़ोतरी और औसतन टेस्ट स्कोर का ऊँचा होना। इसके बाद उन्होंने अपने GPA, टेस्ट स्कोर, कार्य अनुभव और पर्सनल स्टेटमेंट का अनाम रूप साझा किया। फिर GPT से यह पूछा गया कि वह आवेदन का मूल्यांकन करे और एडमिशन का संभावित निर्णय बताए, साथ ही यह भी बताए कि उस निर्णय पर वह कितनी “कॉन्फिडेंट” है।
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यूज़र ने GPT के दिए गए आउटपुट को रिकॉर्ड किया है और उन्होंने कहा कि जब वास्तविक लॉ स्कूल का निर्णय आएगा तो वह इस प्रयोग के परिणामों की तुलना करेंगे। उनका सवाल यह भी है कि क्या अन्य लोगों ने ऐसा कोई प्रयास किया है? यदि हाँ, तो क्या GPT की भविष्यवाणी वास्तविक निर्णय से मेल खाती थी? क्या मॉडल ने ज़्यादा optimistic रुख अपनाया या फिर ज़्यादा pessimistic?
यह प्रयोग दिखाता है कि लोग अब AI को केवल सवाल-जवाब के लिए ही नहीं, बल्कि गंभीर शैक्षणिक और पेशेवर संभावनाओं का अनुमान लगाने के लिए भी परख रहे हैं। भले ही GPT के पास आधिकारिक डेटा न हो, लेकिन उसके ट्रेनिंग डाटा से निकलने वाले ट्रेंड्स लोगों को नई दृष्टि प्रदान कर सकते हैं।