Google अब AI की इस्तेमाल पर भी AD दिखाएगा। (सौ. Google)
नवभारत टेक डेस्क: सर्च इंजन की दुनिया में दशकों से बादशाहत कायम रखने वाला गूगल अब जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के कारण कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रहा है। बदलते डिजिटल परिदृश्य में अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखने के लिए गूगल अब एक नई रणनीति के तहत अपने AI चैटबॉट्स में विज्ञापन दिखाने की योजना बना रहा है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम डिजिटल विज्ञापन बाजार में गूगल की स्थिति को बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया है।
गूगल ने अपने पुराने AdSense for Search प्रोग्राम को अब AI चैटबॉट्स में लागू करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। पहले यह प्रोग्राम वेबसाइटों के सर्च रिजल्ट्स में विज्ञापन दिखाने के लिए उपयोग होता था। अब गूगल इस टेक्नोलॉजी को AI आधारित बातचीत में एकीकृत कर रहा है। इसके लिए कंपनी ने 2023 और 2024 में iAsk और Liner जैसे AI सर्च ऐप्स के साथ मिलकर परीक्षण भी किए हैं। इन ट्रायल्स के ज़रिए यह समझने की कोशिश की जा रही है कि यूज़र बातचीत के दौरान विज्ञापन को किस तरह से देखते हैं और उस पर कैसे प्रतिक्रिया करते हैं।
2022 के अंत में ChatGPT की लॉन्चिंग ने गूगल के पारंपरिक सर्च मॉडल को चुनौती देना शुरू कर दिया। यूज़र्स अब सीधे, सटीक और संवादात्मक जवाब पाने के लिए AI चैटबॉट्स की ओर रुख करने लगे हैं। इसके जवाब में गूगल ने AI ओवरव्यू जैसी फीचर लॉन्च की और खुद का चैटबॉट भी पेश किया। लेकिन चुनौतियां यहीं खत्म नहीं हुईं। अब Perplexity AI, DeepSeek और OpenAI जैसी कंपनियां तेज़ और प्रामाणिक जवाब देने वाले प्लेटफॉर्म्स लेकर आ गई हैं जो गूगल की मोनोपॉली को चुनौती दे रहे हैं।
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सिर्फ तकनीकी ही नहीं, गूगल कानूनी मोर्चे पर भी घिरा हुआ है। अमेरिका में एक संघीय न्यायाधीश ने गूगल को डिजिटल विज्ञापन बाज़ार में एकाधिकार कायम रखने का दोषी माना है। यह केस अभी विचाराधीन है लेकिन इसका असर गूगल के भविष्य के सर्च और विज्ञापन बिजनेस पर गहरा हो सकता है।