
भारतीय एथलीट (फोटो-सोशल मीडिया)
India Athletics in 2025: साल 2025 भारत के लिए एथलेटिक्स के लिहाज से यादगार साबित हुआ। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन किया। लंबे समय बाद साउथ एशियन (सैफ) सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी करने वाले भारत ने घरेलू मैदान पर दबदबा दिखाया, वहीं एशियन और वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी भारतीय एथलीट्स ने अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई।
साउथ कोरिया में आयोजित एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कुल 24 पदक जीते। इनमें 8 गोल्ड, 10 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज शामिल रहे, जिसके साथ भारत पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रहा। इस चैंपियनशिप में गुलवीर सिंह ने 5,000 मीटर और 10,000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। वह एक ही संस्करण में दो गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बने।
भारत ने 17 साल बाद साउथ एशियन (सैफ) सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी की और इसमें भी शानदार प्रदर्शन किया। चौथे संस्करण की इस चैंपियनशिप में भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल और मालदीव के लगभग 300 एथलीट्स ने हिस्सा लिया। भारतीय टीम ने 58 पदक (20 गोल्ड, 20 सिल्वर और 18 ब्रॉन्ज) जीतकर पदक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया।
जापान में आयोजित वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में करीब 200 देशों के 2,000 से अधिक एथलीट्स ने भाग लिया। भारतीय पैरा एथलीट्स ने 6 गोल्ड, 9 सिल्वर और 7 ब्रॉन्ज सहित कुल 22 पदक जीतकर 10वां स्थान हासिल किया।
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जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के मोंडो ट्रैक पर हुए मुकाबलों में भारतीय खिलाड़ियों ने 3 चैंपियनशिप रिकॉर्ड और 7 एशियन रिकॉर्ड भी अपने नाम किए। यह चैंपियनशिप भारत के लिए पैरा एथलेटिक्स में अब तक की सबसे बड़ी और ऐतिहासिक उपलब्धियों में से एक मानी जा रही है।
2025 में हुए इन एथलेटिक्स चैंपियनशिप ने न सिर्फ भारत की मौजूदा ताकत को दिखाया, बल्कि युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय अनुभव भी दिया। भारतीय एथलीट्स के इस प्रदर्शन ने आने वाले ओलंपिक और वैश्विक प्रतियोगिताओं में पदक की उम्मीदों को और मजबूत कर दिया है।






