
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में चोटिल होने के बाद श्रेयस अय्यर, (फाइल फोटो)
Shreyas-Iyer Health Update: भारतीय वनडे टीम के उपकप्तान श्रेयस अय्यर गंभीर रूप से चोटिल होने के बाद सिडनी के एक अस्पताल में भर्ती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब उन्हें इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) से बाहर लाया गया है। हालांकि, उनकी हालत नाजुक है लेकिन स्थिर बनी हुई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार (27 अक्टूबर 2025) को उनके स्वास्थ्य पर आधिकारिक अपडेट भी जारी किया था। अय्यर की यह चोट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मैच के दौरान फील्डिंग करते समय लगी थी।
यह घटना शनिवार, 25 अक्टूबर को हुई थी, जब 31 वर्षीय श्रेयस अय्यर ने बैकवर्ड पॉइंट पर तेजी से दौड़कर हर्षित राणा की गेंद पर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एलेक्स कैरी का शानदार कैच पकड़ा था। कैच पकड़ने के दौरान जब वह जमीन पर गिरे, तब उनकी बाईं पसलियों पर जोरदार झटका लगा। दर्द से कराहते हुए उन्हें तुरंत मैदान से बाहर जाना पड़ा और उन्हें टीम डॉक्टर के साथ ड्रेसिंग रूम में वापस लौटना पड़ा।
चोट लगने के बाद श्रेयस अय्यर की हालत तेजी से बिगड़ी। ड्रेसिंग रूम में पहुंचने पर उनके शरीर का तापमान, पल्स रेट और ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होने लगा था। इसके साथ ही उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। टीम के डॉक्टर और फिजियो ने तुरंत कोई रिस्क न लेते हुए उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जांच के बाद पता चला कि उन्हें बाईं पसली के नीचे के हिस्से में गंभीर चोट लगी है। स्कैन से पुष्टि हुई कि उनकी तिल्ली (spleen) में चोट लगी है, जिसके कारण इंटरनल ब्लीडिंग शुरू हो गया था।
सूत्र ने बताया कि उनकी यह चोट जानलेवा हो सकती थी। चूंकि रक्तस्राव के कारण संक्रमण (इंफेक्शन) फैलने का खतरा था, इसलिए उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती किया गया और सघन निगरानी में रखा गया। हालांकि, एक तरफ जहां मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार श्रेयस अय्यर आईसीयू से बाहर आ गए हैं, वहीं कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार वह अभी भी इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में हैं। यह स्पष्ट है कि उनकी हालत गंभीर थी, लेकिन अब स्थिर बनी हुई है और उनका इलाज जारी है।
बीसीसीआई ने सोमवार को बताया कि श्रेयस अय्यर की स्थिति स्थिर है और वह स्वस्थ हो रहे हैं। बीसीसीआई की मेडिकल टीम इस चोट की स्थिति पर कड़ी नज़र रख रही है। यह टीम सिडनी और भारत के विशेषज्ञों से लगातार परामर्श कर रही है। भारतीय टीम के डॉक्टर उनकी दैनिक प्रगति का आकलन करने के लिए सिडनी में उनके साथ मौजूद रहेंगे।
आंतरिक ब्लीडिंग (इंटरनल ब्लीडिंग) और संक्रमण के खतरे को देखते हुए, अय्यर को रिकवरी के आधार पर दो से सात दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा। उन्हें भारत वापस जाने के लिए फिट घोषित किए जाने से पहले कम से कम एक सप्ताह तक सिडनी के अस्पताल में रहने की उम्मीद है। रिकवरी के समय को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। शुरू में माना जा रहा था कि वह लगभग तीन सप्ताह तक मैदान से दूर रहेंगे, लेकिन इंटरनल ब्लीडिंग के कारण अब ठीक होने में ज्यादा समय लग सकता है। सूत्र ने बताया कि इस समय प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में उनकी वापसी के लिए कोई पक्का समय बताना मुश्किल है।
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इस बीच, श्रेयस अय्यर के माता-पिता भी उन्हें देखने के लिए जल्द ही ऑस्ट्रेलिया जा सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने इसके लिए तत्काल वीजा के लिए आवेदन कर दिया है। गौरतलब है कि 31 वर्षीय श्रेयस अय्यर भारतीय टी20 टीम का हिस्सा नहीं हैं, जिसे 29 अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज खेलनी है।






