सात्विक और चिराग (फोटो-सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: सिंगापुर ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारत का सफर सेमीफाइनल में खत्म हो गया है। भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को सेमीफाइनल मुकाबले में हार मिली। इस हार के साथ टीम भारत के इस जोड़ी का सफर समाप्त हो गया। मलेशिया के आरोन चिया और सोह वूई यिक से भारतीय जोड़ी को हार मिली।
भारतीय जोड़ी के लिए यह इस साल तीसरा सेमीफाइनल था। यह जोड़ी इससे पहले इंडिया ओपन और मलेशिया ओपन में अंतिम चार में पहुंची थी। विश्व की पूर्व नंबर एक भारतीय जोड़ी पहले गेम की बढ़त को भुनाने में नाकाम रही और 64 मिनट तक चले मुकाबले को 21-19, 10-21, 18-21 से गंवा बैठी। सात्विक और चिराग की जोड़ी ने जबरदस्त धैर्य और जज्बे का प्रदर्शन कर सात मैच प्वाइंट बचाए लेकिन यह उन्हें हार से बचाने के लिए काफी नहीं था।
सात्विक और चिराग की जोड़ी चोट और फिटनेस संबंधी समस्याओं के कारण लंबे समय तक खेल से दूर रही जिससे यह जोड़ी विश्व रैंकिंग में 27वें पायदान पर खिसक गयी। पेरिस ओलंपिक में इस भारतीय जोड़ी के सफर पर क्वार्टर फाइनल में विराम लगाने वाली मलेशियाई जोड़ी ने एक बार फिर शुरुआत गेम गंवाने के बाद मजबूत वापसी की।
यह मुकाबला शुरुआत से काफी करीबी था जहां दोनों जोड़ियों हर अंक के लिए पूरा जोर लगा रही थी। स्कोर एक समय 6-6 की बराबरी पर थी। भारतीय जोड़ी के दमदार स्मैश का आरोन चिया अच्छा बचाव कर रहे थे। चिराग के दमदार स्मैश से भारत ने एक बार फिर से स्कोर को 8-8 से बराबर किया जबकि सात्विक के शानदार रिटर्न से इस जोड़ी ने 11-8 की बढ़त कायम की।
भारतीय जोड़ी ने इस बढ़त को बरकरार रखते हुए स्कोर को 15-12 किया लेकिन मलेशिया की जोड़ी ने वापसी करते हुए इसे 18-18 कर दिया। सोह शटल को पीछे की लाइन से दूर मारने के बाद दूसरे प्रयास में नेट पर खेल गये जिससे भारत ने दो गेम प्वाइंट हासिल कर लिया। मलेशिया की जोड़ी एक प्वाइंट का बचाव करने में सफल रही जबकि आरोन के चूकने से भारतीय जोड़ी ने पहला गेम जीत लिया।
मलेशियाई जोड़ी ने दूसरे गेम में दमदार खेल से 5-0 की बढ़त कायम की। सात्विक और चिराग इसके बाद 32 शॉट वाली रैली को जीतने में सफल रहे लेकिन आरोन और सोह ने दबदबा कायम रखते हुए 14-7 की बढ़त बना ली। उन्होंने इसके बाद 10 गेम प्वाइंट हासिल कर इस गेम को आसानी से जीत लया।
निर्णायक गेम की शुरुआती में कड़ी टक्कर देखने को मिली लेकिन भारतीय जोड़ी की गलती का फायदा उठा कर मलेशियाई जोड़ी ने 8-6 और फिर 14-9 की बढ़त बना ली। उन्होंने स्कोर को 18-12 किया और फिर नौ मैच प्वाइंट हासिल किये। भारतीय जोड़ी सात मैच प्वाइंट का बचाव करने में सफल रही लेकिन मलेशियाई जोड़ी को लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंचने से नहीं रोक सकी।