इंडिया-पाकिस्तान (फोटो-सोशल मीडिया)
लाहौर: हॉकी एशिया कप का आयोजन अगस्त और सितंबर के महीने में बिहार के राजगीर में किया जाएगा। इस टूर्नामेंट से पहले पाकिस्तान ने अड़ंगा लगाना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) ने कहा कि अगर भारत सरकार द्वारा वीजा की गारंटी नहीं दी जाती है तो वो एशिया कप को भारत से बाहर करवाने की मांग करेगा।
पाकिस्तान की हॉकी टीम अगर इस टूर्नामेंट में भाग नहीं लेती है तो उसे बहुत बड़ा नुकसान होगा। हॉकी एशिया कप का विजेता 2026 में यूरोप में होने वाले हॉकी विश्व कप के लिए सीधे क्वालीफाई करेगा। हॉकी विश्व कप को देखते हुए पाकिस्तान ये टूर्नामेंट बाहर करवाने की मांग करेगा।
पीएचएफ के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान तभी अपनी टीम को टूर्नामेंट में भेजने पर विचार करेगा जब एशियाई हॉकी महासंघ और स्थानीय आयोजक वीजा जारी करने का लिखित आश्वासन देंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद, यदि वीजा की गारंटी दी जाती है, तो हम भारत में खेलने के लिए अपनी सरकार से अनुमति मांगेंगे।
प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान सरकार जो भी निर्णय लेगी, महासंघ उसका पालन करेगा। उन्होंने इसके बाद कहा कि पाकिस्तान की नीति हमेशा से खेल और राजनीति को अलग रखने की रही है। इसके अलवा पीएचएफ ने खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि सभी भाग लेने वाली टीमों की सुरक्षा सुनिश्चित करना मेजबान देश की जिम्मेदारी है।
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गौरतलब है कि पाकिस्तान की हॉकी टीम पिछले दो ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई है और वह पिछला हॉकी विश्व कप भी खेलने से वंचित रही थी। ऐसे में आगामी एशिया कप पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर वापसी का एक महत्वपूर्ण अवसर माना जा रहा है।
भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों में पहले तनाव के माहौल को देखते हुए भारत सरकार ने कई बड़े कदम उठाए। इस तनाव के माहौल के बाद दोनों देशों के बीच गहमागहमी ज्यादा बढ़ गई। जिसके बाद दोनों देशों में कुछ दिनों तक खेल भी रूक गया। ऐसे में पाकिस्तान हॉकी महासंघ को भारत आने में डर लग रहा है। हालांकि पहले तो यह देखना होगा भारत सरकार पाकिस्तान की हॉकी टीम को वीजा देती है या नहीं।