यशस्वी जायसवाल और सौरव गांगुली (फोटो- सोशल मीडिया)
भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले, लीड्स में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेला गया। इस दौरान इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। ऐसे में टीम इंडिया पहले बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतरी। इंग्लिश टीम के खिलाफ केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने पारी की शुरुआत करने के लिए आए।
पहले विकेट के लिए इन दोनों बल्लेबाजों के लिए बीच 91 रन की साझेदारी हुई। 91 रन के स्कोर पर केएल राहुल पवेलियन चले गए। उन्होंने 42 रन बनाए लेकिन दूसरी तरफ यशस्वी जायसवाल ने अपना विकेट बचा कर रखा। वो इंग्लैंड के गेंदबाजों से शतक का आंकड़ा छूने तक आउट नहीं हुए। जिसके बाद उन्होंने साल 1996 में सौरव गांगुली का कारनामा दोहरा दिया।
इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में शतक लगाकर यशस्वी जायसवाल ने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के जैसा कारमाना कर दिया है। बाएं हाथ के बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने 20 जून को शतक लगाया। ये इंग्लैंड के खिलाफ पहला शतक था। ठीक ऐसा ही कारनामा साल 1996 में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी किया था।
बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज सौरव गांगुली ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में अपना पहला शतक लगाया था। वो तारीख भी 20 जून ही थी। ऐसे में इन दोनों बाएं हाथ के बल्लेबाजों ने अपना इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला शतक एक ही तारीख और एक ही देश में पूरा किया।
वहीं, केएल राहुल के साथ मिलकर यशस्वी जासवाल ने एक अन्य रिकॉर्ड बनाया। इन दोनों बल्लेबाजों ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में शानदार बल्लेबाजी की। अब केएल और जायसवाल भारत के लिए हेडिंग्ले में टेस्ट फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रनों की साझेदारी करने वाले बल्लेबाज बन गए हैं।
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केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल के बीच पहले विकेट के लिए 91 रन की पार्टनरशिप हुई। इससे पहले हेडिंग्ले के मैदान पर कोई भी भारतीय जोड़ी पहले विकेट के लिए इतने रन नहीं जोड़ पाई है। वहीं, केएल राहुल ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले ही टेस्ट मैच में ये कारनामा कर दिखाया।